त्रिशूल की तरह नक्सलियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में घेरने के लिए शुरू हुआ ऑपरेशन
अमन तिवारी रांची : एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा, अमित मुंडा, महाराज प्रमाणिक सहित अन्य बड़े नक्सलियों को घेरने के लिए ऑपरेशन त्रिशूल (ट्राइडेंट) शुरू किया गया है. यह अभियान रांची, चाईबासा और खूंटी जिला के सीमावर्ती इलाकों में आरंभ किया गया है. इन्हीं इलाकों में नक्सलियों का दस्ता भ्रमणशील है. अभियान का […]
अमन तिवारी
रांची : एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा, अमित मुंडा, महाराज प्रमाणिक सहित अन्य बड़े नक्सलियों को घेरने के लिए ऑपरेशन त्रिशूल (ट्राइडेंट) शुरू किया गया है.
यह अभियान रांची, चाईबासा और खूंटी जिला के सीमावर्ती इलाकों में आरंभ किया गया है. इन्हीं इलाकों में नक्सलियों का दस्ता भ्रमणशील है. अभियान का नाम त्रिशूल इसलिए रखा गया है ताकि त्रिशूल की तरह नक्सलियों को तीनों जिलाें के सीमावर्ती क्षेत्रों में घेरा जा सके. इस अभियान में सात सीनियर आइपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है. नक्सलियों को तीनों ओर से घेरने के लिए ट्राइजोन में बेस कैंप तैयार करने की जिम्मेवारी रांची रेंज सह पलामू रेंज के डीआइजी और कोल्हान डीआइजी को सौंपी गयी है.
दोनों डीआइजी के नेतृत्व में तीनों ओर से बेस कैंप बनाने का काम भी शुरू कर दिया है. रांची के सीमावर्ती इलाके में विजयगिरि के अागे बेस कैंप के निर्माण की जिम्मेवारी ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार झा को मिली है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभियान शुरू करने को लेकर कुछ दिन पूर्व डीजीपी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी. वहीं आइजी अभियान सह पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता साकेत सिंह ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की गयी है. राज्य के दूसरे इलाके में भी अभियान चल रहा है. हर अभियान का कुछ न कुछ नाम नाम भी रखा जाता है.
वहीं दूसरी ओर संगठन को मजबूत बनाने के लिए अनल दा को भाकपा माओवादियों की केंद्रीय कमेटी का सदस्य बनाया गया है. अनल दा का पूरा नाम अनल दा उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी, उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश है. उसके पिता का नाम टोटो मरांडी उर्फ तारू मांझी है. वह गिरिडीह जिला के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के झरहाबाले का रहनेवाला है.