झारखंड विधानसभा चुनाव प्रथम चरण : 13 सीटों पर घमसान, लड़ाई आर या पार, वार है धारदार

शनिवार को झारखंड की 13 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है़ पहले फेज में पलामू प्रमंडल की नौ सीटों पर, गुमला जिला के गुमला व विशुनपुर के साथ लोहरदगा व चतरा विधानसभा सीट पर चुनाव होना है़ हर सीट पर संघर्ष आर या पार की है़ विरोधी एक-दूसरे को घेरने के लिए धारदार वार कर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 29, 2019 7:34 AM

शनिवार को झारखंड की 13 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है़ पहले फेज में पलामू प्रमंडल की नौ सीटों पर, गुमला जिला के गुमला व विशुनपुर के साथ लोहरदगा व चतरा विधानसभा सीट पर चुनाव होना है़ हर सीट पर संघर्ष आर या पार की है़ विरोधी एक-दूसरे को घेरने के लिए धारदार वार कर रहे है़ं मुकाबला रोचक है़ पलामू प्रमंडल के मनिका, लातेहार, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा व भवनाथपुर में भाजपा, यूपीए के गठबंधन के साथ-साथ आजसू, झाविमो, जदयू, बसपा सहित निर्दलीय जोर आजमाइस में लगे है़ं वोटरों को भांपना आसान नहीं है़

गुमला

गुमला विधानसभा सीट से 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. भाजपा के प्रत्याशी मिशिर कुजूर व झामुमो के प्रत्याशी भूषण तिर्की हैं. दोनों पार्टियों के प्रत्याशी ने चुनाव जीतने के लिए खूब तैयारी की है.

दोनों ही दल एक दूसरे के वोट बैंक में सेंधमारी के लिए परेशान है़ं भाजपा व झामुमो के बीच के मुकाबले में ऐसे भी प्रत्याशी हैं, जो किसी का खेल बिगाड़ सकते है़ं यहां चुनावी सरगरमी के बीच परिणाम के कई अटकलें है़ं इसबार भी भाजपा ने सीटिंग एमएलए शिवशंकर उरांव का टिकट काटकर युवा नेता मिशिर कुजूर पर दांव खेला है.

वहीं झामुमो ने पुराने चेहरे पूर्व विधायक भूषण तिर्की को मैदान में उतारकर वोटरों को समेटने की योजना बनायी है. अब देखना है कि राजनीति किस करवट लेती है़ यहां झाविमो से राजनील तिग्गा, झापा से सरोज हेमरोम, जदयू से प्रदीप उरांव सहित निर्दलीय उम्मीदवार बाजी पलटने के लिए मशक्कत कर रहे है़ं

चतरा

चतरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के जनार्दन पासवान, राजद के सत्यानंद भोक्ता व झाविमो के तिलेश्वर राम समेत नौ प्रत्याशी मैदान में है़ं पिछले चुनाव में भाजपा के जय प्रकाश भोक्ता ने झाविमो के सत्यानंद भोक्ता को हराया था.इस बार लड़ाई के कई कोण बन गये है़ं 2019 के चुनाव में भाजपा व राजद के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. इसके बावजूद तिलेश्वर राम के साथ-साथ निर्दलीय को भी कम नहीं आंका जा रहा है.

विश्रामपुर

विश्रामपुर में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की प्रतिष्ठा दांव पर है. कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रशेखर दूबे, झाविमो से अंजू सिंह, जदयू के ब्रह्मदेव प्रसाद मैदान में है़ं पिछले चुनाव में चंद्रवंशी ने निर्दलीय अंजू सिंह को हराया था़ इस बार लड़ाई के कई कोण बन गये है़ं जदयू के ब्रह्मदेव प्रसाद भी चंद्रवंशी की परेशानी बढ़ा रहे है़ं यहां शह-मात का खेल चल रहा है़ समीकरण बिगाड़ने में विरोधी लगे है़ं

लोहरदगा

लोहरदगा सीट पर तीखा संघर्ष है़ कांग्रेस से आये सुखदेव भगत भाजपा के खिलाड़ी है़ं कांग्रेस के डॉ रामेश्वर उरांव, आजसू की नीरू शांति भगत की घेराबंदी तगड़ी है़ लोहरदगा में मुकाबला कई कोणों में है़ं लोहरदगा में इस बार मुकाबला रोचक है़ हर दल दमखम से मैदान में है़ भाजपा-कांग्रेस को अपने परंपरागत वोट बैंक पर भरोसा है़ आजसू भी गोलबंदी करने के लिए जोर-शोर से लगा है़

मनिका

मनिका विधानसभा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें भाजपा से रघुपाल सिंह, कांग्रेस से रामचंद्र सिंह प्रमुख हैं. रघुपाल सिंह पूर्व में मनिका जिला परिषद सदस्य रह चुके हैं. भाजपा को अपने परंपरागत वोट बैंक पर भरोसा है, यूपीए गठबंधन को सहारे समीकरण की तलाश कर रहा है़ यहां मुकाबला काफी रोचक हो गया है़

लातेहार

भाजपा प्रत्याशी प्रकाश राम इससे पूर्व झाविमो में थे. अब वह भाजपा से चुनावी जंग में है़ं प्रकाश राम को अपने पुरानी जमीन के साथ-साथ भाजपा के समीकरण पर भरोसा है़ं वहीं झामुमो से प्रत्याशी वैद्यनाथ राम भी जोर लगा रहे है़ं झाविमो प्रत्याशी अमन कुमार भोगता चुनावी गणित को उलट-फेर करने की ताकत जुटा रहे है़ं भाजपा के बागी प्रत्याशी संतोष कुमार पासवान भी चुनावी रोमांच को परवान चढ़ा रहे है़ं

पांकी

पांकी में कांग्रेस के देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह, भाजपा के डॉ शशिभूषण मेहता सियासी घमासान को रोचक बना रहे है़ं 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी विदेश सिंह (अब स्वर्गीय) ने निर्दलीय डॉ शशिभूषण मेहता को हराया था. 2016 में विदेश सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनके पुत्र देवेंद्र सिंह ने झामुमो प्रत्याशी डॉ शशिभूषण मेहता को हराया था. इस सीट से जदयू से सुशील कुमार मंगलम और झाविमो से रूद्र शुक्ला चुनाव मैदान में है.

डालटनगंज

पिछला चुनाव झाविमो से जीते आलोक चौरसिया भाजपा के साथ मैदान में है़ं कांग्रेस के केएन त्रिपाठी फिर ताल ठोंक रहे है़ं झाविमो के डॉ राहुल अग्रवाल त्रिकोण बना रहे हैं. इस सीट से भाजपा से बागी होकर संजय सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. छह बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड इंदर सिंह नामधारी के नाम रहा, जबकि पूरनचंद (अब स्वर्गीय) ने लगातार चार बार चुनाव जीता था़ इस सीट पर मुकाबला रोचक होगा़

बिशुनपुर

बिशुनपुर में राजनीतिक फिजा भांपना आसान नहीं है़ भाजपा के अशोक उरांव, झामुमो के चमरा लिंडा के साथ जेवीएम के महात्मा उरांव की इंट्री ने यहां संघर्ष को दिलचस्प मोड़ में ला दिया है. लड़ाई के कई कोण बन रहे है़ं यहां पल-पल समीकरण बन व बिगड़ रहे है़ं यहां दिलचस्प टक्कर होगा और परिणाम चौंकाने वाला आ सकता है़ चमरा लिंडा के विजय रथ को रोकने के लिए भाजपा के अशोक उरांव फिल्डिंग कर रहे हैं.

छतरपुर

छतरपुर से विधायक राधाकृष्ण किशोर आजसू के प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं. इस चुनाव में वह भाजपा के टिकट बंटवारे को मुद्दा बना रहे तो भाजपा की पुष्पा देवी पार्टी और अपने परंपरागत वोटरों के सहारे इस जंग को जीतने की कोशिश में है़ं वहीं महागठबंधन के प्रत्याशी विजय राम और जदयू प्रत्याशी सुधा चौधरी चुनावी रोमांच बढ़ा रहे है़ं इस सीट पर कड़ी टक्कर प्रत्याशी एक दूसरे को दे रहे है़ं

हुसैनाबाद

हुसैनाबाद विस क्षेत्र में लड़ाई रोचक है़ इस सीट से भाजपा प्रत्याशी देने में चूक गयी़ भाजपा ने विनोद कुमार सिंह को समर्थन दिया है़ एनसीपी के प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह, राजद प्रत्याशी संजय कुमार सिंह यादव, आजसू के प्रत्याशी सह वर्तमान विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता और बसपा के शेर अली मैदान में है़ं यहां चुनावी रोमांच परवान पर है़ सबके अपने-अपने समीकरण है़ं सारे प्रत्याशियों ने एड़ी चोटी एक कर दी है़ चुनाव िदलचस्प होगा.

गढ़वा

गढ़वा में अंतिम समय में सभी प्रत्याशियों ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जोर लगाया है. मतदाताओं की खामोशी बेचैन कर रही है. भाजपा के सत्येंद्र तिवारी, झामुमो के मिथिलेश कुमार ठाकुर से कड़ी मशक्कत कर रहे है़ं दोनों पक्ष वोटों की गोलबंदी में लगा है़ इस सीट पर बसपा से वीरेंद्र साव, जदयू से डॉ पातंजलि केसरी, झाविमो से सूरज कुमार गुप्ता, एआइएमआइएम के डॉ एमएन खान भी जीत दर्ज करने के लिए पूरी ताकत झोंके हुए हैं.

भवनाथपुर

पिछले चुनाव में नौजवान संघर्ष मोर्चा के भानु प्रताप शाही इस बार भाजपा से है़ं बागी हुए निर्दलीय अनंत प्रताप देव टक्कर देने के लिए तैयार है़ं बसपा की सोगरा बीबी भी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में है. पिछली बार सोगरा बीबी के पति ताहिर अंसारी बासपा से थे. उन्हें तब तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था. इस बार वे भाजपा और उसके बागी प्रत्याशी के बीच बिखरे मतों की बदौलत अपनी जीत को सुनिश्चित करने का दावा करती दिख रही हैं.

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