अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग भी कराता था अंतु तिर्की

झामुमो नेता आनंद तिर्की उर्फ अंतु तिर्की ने फर्जी दस्तावेज के सहारे आदिवासियों की जमीन बेचने के अलावा अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए कोर्ट में पेश अपनी एक रिपोर्ट में इन तथ्यों का उल्लेख किया है.

By Prabhat Khabar | April 30, 2024 12:31 AM

विशेष संवाददाता(रांची).

झामुमो नेता आनंद तिर्की उर्फ अंतु तिर्की ने फर्जी दस्तावेज के सहारे आदिवासियों की जमीन बेचने के अलावा अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए कोर्ट में पेश अपनी एक रिपोर्ट में इन तथ्यों का उल्लेख किया है. साथ ही अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग मामले में अंतु तिर्की द्वारा झामुमो के एक बड़े नेता को भेजे गये कुछ वाट्सएप मैसेज को नमूना के तौर पर पेश किया है. बड़गाईं जमीन मामले में गिरफ्तार अंतु तिर्की, अफसर अली, बिपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय और इरशाद अख्तर से पूछताछ के बाद रिमांड उनकी अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर इडी ने 19 अप्रैल 2024 को कोर्ट में रिपोर्ट पेश की थी. इसमें कहा गया है कि पूछताछ के दौरान इन अभियुक्तों ने दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री की बात स्वीकार की है. वहीं जांच में पाया गया कि अंतु तिर्की ने बड़गाईं में कई भुइहरी जमीन गैरकानूनी तरीके से ली है. उसने सादा इकरारनामा के आधार पर भुइहरी जमीन अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम पर ली है. उसने आदिवासियों की जमीन वापसी का फर्जी मुकदमा दायर कर समझौता कराने के नाम पर कमीशन लिया है. उसके मोबाइल की जांच के दौरान भू-राजस्व से जुड़े अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग से संबंधित वाट्सएप मैसेज मिले हैं. इडी ने इस मामले में नमूना के तौर पर वर्ष 2021 के एक वाट्सएप मैसेज कोर्ट में पेश किया है. यह मैसेज अंतु तिर्की द्वारा झामुमो के एक बड़े नेता को भेजा गया है. इसमें अंतु तिर्की ने राज्य प्रशासनिक सेवा के जितेंद्र मुंडा नामक अफसर को रांची में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के पद पर पदस्थापित करने का अनुरोध किया है. अंतु की ओर से भेजे गये मैसेज में यह कहा गया है कि जितेंद्र मुंडा फिलहाल रांची में जिला भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) के पद पर पदस्थापित हैं. अंतु द्वारा झामुमो नेता को भेजे गये एक दूसरे मैसेज में यह कहा गया है कि संबंधित फाइल जगह पर चली गयी है. कोर्ट में पेश की गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि अफसर अली, सद्दाम व अन्य के घर से बड़गाईं की 8.86 एकड़ जमीन के खाता नंबर 53 के प्लॉट नंबर 31,32,33,35,36,38,72 और 73 के फर्जी दस्तावेज मिले हैं. इडी ने कहा है कि जमीन के कारोबार में सक्रिय इस जालसाज गिरोह द्वारा राजस्व विभाग से जुड़े अफसरों का तबादला कराया जाता है. गिरोह के सदस्य इन अफसरों की मदद से दस्तावेज में जालसाजी कर आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासी में बदल कर उसे बेच देते हैं.

अंतु तिर्की सहित पांच आरोपी कोर्ट में पेश, भेजा गया जेल :

बड़गाई अंचल की 8.5 एकड़ जमीन मामले में आरोपी जेएमएम नेता अंतु तिर्की, बिपिन सिंह, इरशाद, प्रियरंजन सहाय व जमीन कारोबारी अफसर अली की पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को इडी ने पीएमएलए के विशेष कोर्ट में पेश किया. इसके बाद कोर्ट ने उक्त लोगों को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेजने का आदेश दिया. मामले में एक अन्य आरोपी सद्दाम के खुलासे के बाद इडी ने अंतु तिर्की, बिपिन सिंह, इरशाद व प्रियरंजन सहाय को गिरफ्तार किया था. जमीन से जुड़े एक अन्य मामले में पहले से जेल में बंद अफसर अली की संलिप्तता बड़गाई अंचल की जमीन मामले में आने के बाद उसे भी कोर्ट के आदेश से गिरफ्तार किया गया है. अफसर अली से पूछताछ के लिए पहली बार छह, दिन, दूसरी बार छह दिन और तीसरी बार दो दिनों के रिमांड पर लिया गया था.

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