सीबीएसइ स्कूलों की चल रही जियो टैगिंग, स्कूलों में कैसी है सुविधा, अभिभावक घर बैठे ही देख सकेंगे

अभिषेक रॉय मिलेगी ऑनलाइन जानकारी रांची : अभिभावक अब स्कूलों का आकलन ऑनलाइन कर सकेंगे. जियो टैंगिंग के तहत अभिभावकों को यह सुविधा मिल जायेगी. एक माह के भीतर शहर के सभी सीबीएसइ स्कूलों का जियाे टैगिंग कर लिया जायेगा. इसकी प्रक्रिया चल रही है. सहोदया के पदाधिकारियों का कहना है कि इससे अभिभावक घर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 17, 2019 7:23 AM
अभिषेक रॉय
मिलेगी ऑनलाइन जानकारी
रांची : अभिभावक अब स्कूलों का आकलन ऑनलाइन कर सकेंगे. जियो टैंगिंग के तहत अभिभावकों को यह सुविधा मिल जायेगी. एक माह के भीतर शहर के सभी सीबीएसइ स्कूलों का जियाे टैगिंग कर लिया जायेगा.
इसकी प्रक्रिया चल रही है. सहोदया के पदाधिकारियों का कहना है कि इससे अभिभावक घर बैठे ही स्कूल में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं की जानकारी हासिल कर सकेंगे. यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन एफिलिएटेड स्कूल इंफॉर्मेशन सिस्टम (ओएसीस) आर-2.0 के तहत की जा रही है. इसका उद्देश्य अभिभावक और स्कूल के बीच पारदर्शिता बनाये रखना है. अभिभावक वेबसाइट schoolgis.nic.in पर जाकर स्कूल संबंधी जानकारी हासिल कर सकेंगे.
अभिभावक वेबसाइट schoolgis.nic.in पर जाकर स्कूल संबंधी जानकारी हासिल कर सकेंगे
सीबीएसइ ने शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हब ऑफ लर्निंग की शुरुआत की
जियो टैगिंग से मिलने वाली सामान्य जानकारी
स्कूल भवन की आधारभूत संरचना
स्कूल की सामान्य जानकारी
स्कूल का फोटो और वीडियो
स्कूल में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या
अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या
शैक्षणिक सूचना
स्कूल का सही पता और उस तक पहुंचने के विभिन्न विकल्पों की जानकारी
हब ऑफ लर्निंग को मिलेगा बढ़ावा
हाल ही में सीबीएसइ ने शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हब ऑफ लर्निंग की शुरुआत की है. इसके तहत आस-पास के सीबीएसइ स्कूलों का एक समूह तैयार किया जा रहा है. जिसमें पांच-छह स्कूल आपस में एकजुट होकर शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक गतिविधियों को एक साथ करेंगे. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के स्किल को बढ़ावा देना और विभिन्न स्कूल के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है.
स्कूलों को करना होगा खुद को टैग
सीबीएसइ स्कूल ओएसीस आर-2.0 के तहत खुद की जियो टैगिंग कर सकेंगे. इसके लिए स्कूल को अपना लॉगिन आइडी और पासवर्ड डालना होगा. स्कूलों को जियो टैगिंग करने के लिए कोई अन्य यूजर आइडी नहीं दिया जायेगा. स्कूल प्रबंधन लिस्ट ऑफ कैंडिडेट (एलओसी) के लिए इस्तेमाल होने वाले यूजर आइडी और पासवर्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे.
स्कूलों का चयन करना होगा आसान
जियो टैगिंग की मॉनिटरिंग मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से की जा रही है. देशभर के सभी स्कूलों के इस पोर्टल से जुड़ जाने से अभिभावकों को सुविधा मिलेगी ही, साथ ही मंत्रालय व अन्य विभाग भी इसका लाभ उठा सकेंगे. प्रक्रिया के पूरे होने से विभिन्न सरकारी व गैर-सरकारी परीक्षा के आयोजन के लिए स्कूल का चयन करना आसान हो जायेगा. साथ ही खेल गतिविधियों के भी आयोजन के लिए विभाग व निजी संस्थान इस पोर्टल की मदद ले सकेंगे.
आस-पास के स्कूल हो जायेंगे एकजुट
हब ऑफ लर्निंग के तहत पांच से छह स्कूलों का एक ग्रुप बना दिया जायेगा. इस ग्रुप के संचालन के लिए एक लीड स्कूल का चयन किया जायेगा. साथ ही टीम लीडर भी, जो कि किसी एक स्कूल के मनोनीत प्राचार्य होंगे. इससे विभिन्न स्कूलों में होने वाली अतिरिक्त व शैक्षणिक गतिविधि भी आपस में साझा की जायेगी. जिसमें सामूहिक विज्ञान प्रदर्शनी, शैक्षणिक व खेल प्रतियोगिताएं समेत अन्य प्रतियोगिताओं को सामूहिक रूप से आयोजित किया जा सकेगा.
दिक्कत है तो दें सूचना
हब आॅफ लर्निंग के तहत शहर के स्कूलों के समूह बनाने की प्रक्रिया चल रही है. वैसे स्कूल जिनका ग्रुप नजदीक के स्कूल के साथ नहीं बन पाया है, उन्हें इसकी जानकारी देनी होगी. शहर में तैयार सहोदया ग्रुप इसे ठीक करने में मदद करेगी. जिससे संगठित हो कर आयोजन को पूरा करने में स्कूल प्रबंधन व छात्रों को दिक्कत न हो.
जियो टैगिंग की प्रक्रिया पूरी होने से स्कूल व अभिभावक दोनों को फायदा होगा. वैसे स्कूल जिन्होंने खुद को जियो टैगिंग से नहीं जोड़ा है, उन्हें इस प्रक्रिया को जल्दी पूरा करना होगा. समस्या होने पर संपर्क कर सकते हैं.
डॉ मनोहर लाल
सिटी कोऑर्डिनेटर, सीबीएसइ

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