राजधानी रांची में दुर्गा पूजा समितियों ने कितना किया खर्च, कितनी हुई मेहनत

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में विशाल पंडाल बनें हैं. पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति, सत्य अमर लोक, सेल लेटेलाइट कॉलोनी, आर, आर स्पोर्टिंग क्लब, सीएमपीडीआई कॉलेनी के पास मंगल अभियान पर पंडाल समेत शहर में कई जगहों पर विशाल पंडाल बनें और इसमें लाखों का खर्च भी किया गया. कई जगहों पर प्लास्टिक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 7, 2019 6:30 PM

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में विशाल पंडाल बनें हैं. पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति, सत्य अमर लोक, सेल लेटेलाइट कॉलोनी, आर, आर स्पोर्टिंग क्लब, सीएमपीडीआई कॉलेनी के पास मंगल अभियान पर पंडाल समेत शहर में कई जगहों पर विशाल पंडाल बनें और इसमें लाखों का खर्च भी किया गया. कई जगहों पर प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं हुआ, कहीं – कहीं पर्यावरण के हित में मैसेज, बैनर भी दिखे.

पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति
पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति में इस बार पृथ्वी और ब्रह्मा को दिखाया गया है. ईश्वर ने कैसे इसकी रचना की और ईश्वर कैसे पूरी धरती पर नजर रखते हैं. समिति के सदस्य अजय ने हमें बताया कि यह एक काल्पनिक थीम है. पृथ्वी और ब्रह्मा जी को हमने दिखाया है. ब्रह्मा जी ने ऋृष्टि का निर्माण किया है और हमारी परिकल्पना उसे ही दिखाने की थी. हमने पंडाल के अंदर का थीम रोम का रखा है. माता की प्रतिमा भी रोमन चित्रकला को ध्यान में रखकर किया गया है. पंडाल में . हमें इसे तैयार करने में लगभग दो महीने लगा है. पंडाल में 25 लाख रुपये का खर्च हुआ है.
सत्य अमर लोक
हमने थाइलैंड के बुद्ध मंदिर के आधार पर यह पंडाल तैयार किया है. हमारी थीम है युद्ध नहीं बुद्ध. हम इस पंडाल से शांति का संदेश दे रहे हैं. प्रदीप राजगड़िया ने हमें बताया कि इसे बनाने में 17 लाख रुपये का खर्च आया है. साथ में हमने पीएम मोदी ने जिस तरह पर्यावरण पर ध्यान दिया है उसे भी आगे ले जाने की कोशिश है. हमने पॉलीथीन मुक्त अभियान के लिए सुझाव मांगा है. हम लोगों से सुझाव मांग रहे हैं यहां ड्राप बॉक्स लगा है. लोग अपने सुझाव डाल रहे हैं. कल हम सारे सुझाव का आंकलन करेंगे. हम एकादशी में विजेताओं को सम्मानित करेंगे.
सीएमपीडीआई के नजदीक दुर्गा मंदिर
मिशन मंगल की याद दिलाता पंडाल जो कम खर्च में तैयार हो गया है. जैन नाथ शाहदेव ने बताया, हमने इसरो पर पंडाल बनाया है. हमने इस साल के सबसे अहम विषय पर यह बनाया है. हमारे देश ने एक बड़ी कोशिश की है उसे याद रखना होगा. खर्च बहुत कम आया. पंडाल में हमने कम खर्च किया है 4 लाख रुपये का खर्चा आया

Next Article

Exit mobile version