नामकुम से लगी रांची-खूंटी सीमा पर वर्षों से रही है नक्सलियों की धमक

नामकुम : खूंटी-रांची सीमा पर वर्षों से नक्सली सक्रिय हैं. नामकुम थाना क्षेत्र में नक्सली पूर्व में भी कई बार घटना को अंजाम दे चुके हैं. 06 अक्तूबर 2009 को नक्सलियों ने स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार का अड़की से अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी. इंस्पेक्टर इंदवार का शव दो दिन बाद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 5, 2019 6:20 AM
नामकुम : खूंटी-रांची सीमा पर वर्षों से नक्सली सक्रिय हैं. नामकुम थाना क्षेत्र में नक्सली पूर्व में भी कई बार घटना को अंजाम दे चुके हैं. 06 अक्तूबर 2009 को नक्सलियों ने स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार का अड़की से अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी. इंस्पेक्टर इंदवार का शव दो दिन बाद रांची-टाटा रोड पर रायसा मोड़ के पास मिला था.
लाली में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने राजेश सिंह मुंडा नामक नक्सली को मार गिराया था. वहीं जून 2018 में पुलिस ने सड़क निर्माण का काम करा रहे ठेकेदार ब्रजेश सिंह से लेवी लेने आये बादशाह गिरोह के सुप्रीमो रवि समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था.
किस्को और सोढ़ा गांव के बीच हाइटेंशन तार लगाने का काम कर रहे मजदूर एतवा उरांव का अपहरण कर 15 लाख की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने तुपुदाना निवासी लागो मुंडा, लालू लिंडा, खूंटी निवासी बुधु मुंडा को गिरफ्तार किया था. 27 मई को खरसीदाग के करीब से अपराधियों ने प्रवर्तन पदाधिकारी मनोज कुमार का अपहरण कर लिया था.
हालांकि पुलिस का बढ़ते दबाव को देखते हुए मनोज कुमार को छोड़ दिया गया था. वहीं लेवी के लिए नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य करा रहे संतोष कंस्ट्रक्शन के मुंशी का अपहरण कर लिया था. परिजनों ने पैसा देकर मुंशी को छुड़ाया था. मुंशी के अपहरण से पहले संतोष कंस्ट्रक्शन के मालिक का भी लेवी के लिए अपहरण करने का प्रयास किया गया था, परंतु नक्सली सफल नहीं हो सके थे.

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