रांची : कोयला मजदूरों की हड़ताल मजबूरी : एक्टू

रांची : एक्टू के राज्य महासचिव शुभेंदू सेन ने कहा है कि कोयला खदानों को निजी हाथों में बेचने की साजिश के खिलाफ आहूत हड़ताल एेतिहासिक होगी. कोयला मजदूरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी भी सरकार को नहीं है. केंद्र और राज्य की सरकार मजदूरों से ज्यादा कंपनियों पर मेहरबान है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 24, 2019 6:01 AM
रांची : एक्टू के राज्य महासचिव शुभेंदू सेन ने कहा है कि कोयला खदानों को निजी हाथों में बेचने की साजिश के खिलाफ आहूत हड़ताल एेतिहासिक होगी. कोयला मजदूरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी भी सरकार को नहीं है. केंद्र और राज्य की सरकार मजदूरों से ज्यादा कंपनियों पर मेहरबान है. 24 सितंबर को कोयला मजदूरों की हड़ताल में बीएमएस का शमिल होना ढोंग के अलावा कुछ भी नहीं है.
कोयला सेक्टर में संयुक्त मोर्चा की हड़ताल आज
संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कोयला सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के खिलाफ 24 सितंबर को हड़ताल होगी. इसमें एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस और एक्टू के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. हड़ताल की तैयारी के मद्देनजर सोमवार को सीसीएल मुख्यालय में मानव शृंखला बनायी गयी.
इसमें सभी यूनियनों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. छुट्टी के समय घर जानेवाले कर्मियों से आग्रह किया कि कोल इंडिया को बचाने के लिए मंगलवार की हड़ताल में स्वेच्छा से शामिल हों. कोयला उद्योग में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से कोल इंडिया का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा. मौके पर रोहित कुमार, मनोज कुमार, नान्हू सिंह, जगरनाथ साहू, शुभाशीष चटर्जी, धर्मेंद्र गोस्वामी, शशि शेखर आजाद, प्रकाश चंद्र गुप्ता आदि शामिल थे.

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