रांची :वेस्ट वाटर को बना रहे दोबारा इस्तेमाल के लायक
हरमू हाउसिंग कॉलोनी में रहनेवाले डॉ ए कुमार ने पेश की मिसाल रांची : राजधानी में गंभीर जल संकट देखते हुए रांची नगर निगम ने सभी घरों के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य कर दिया है. नगर निगम ने नियम बना दिया है कि जिन घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बना होगा, […]
हरमू हाउसिंग कॉलोनी में रहनेवाले डॉ ए कुमार ने पेश की मिसाल
रांची : राजधानी में गंभीर जल संकट देखते हुए रांची नगर निगम ने सभी घरों के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य कर दिया है. नगर निगम ने नियम बना दिया है कि जिन घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बना होगा, उनसे डेढ़ गुना होल्डिंग टैक्स वसूला जायेगा. निगम की चेतावनी पर शहर के करीब 22 हजार भवन मालिकों ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवा लिया. जबकि, अब भी एक लाख 66 हजार घरों में बारिश का पानी बचाने के कोई इंतजाम नहीं किये गये हैं.
इधर, शहर में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपने घर में वर्ष जल के साथ वेस्ट वाटर को भी रिसाइकल करने का इंतजाम कर रखा है. हरमू हाउसिंग कॉलोनी के C-90 में रहनेवाले डॉ ए कुमार और शुभ्रा सिंह भी इन्हीं में शामिल हैं. इस परिवार ने करीब चार साल पहले अपने घर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाया था. साथ ही वेस्ट वाटर को रिसाइकल करने का सिस्टम भी लगाया था. डॉ ए कुमार के अनुसार रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से वे वर्षा जल को संरक्षित करते हैं.
साथ ही नहाने-धाेने, वॉशिंग मशीन और आरओ से निकले गंदे पानी को अलग टंकी में स्टोर करते हैं. इसी वेस्ट पानी का उपयोग गार्डेनिंग, वाशरूम में फ्लशिंग व कार वाशिंग में किया जाता है. वहीं, शुभ्रा सिंह बताती हैं कि गर्मी के मौसम में आसपास के लगभग सभी घरों की बोरिंग फेल हो जाती थी, जबकि हमारे घर में कभी पानी की किल्लत नहीं हुई. इसलिए शहर के लोगों से आग्रह है कि वे अपने घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के साथ वेस्ट वाटर रिसाइकल सिस्टम का भी निर्माण करायें.