रांची : मच्छरदानी में कैद हुई झिरी के लोगों की जिंदगी

उत्तम महतो/राज कौशिक रांची : रांची नगर निगम द्वारा झिरी में कचरे का डंपिंग यार्ड बनाये जाने के कारण आज यहां रहनेवालों की जिंदगी मच्छरदानी में कैद हो कर रह गयी है. कचरे की वजह से डंपिंग यार्ड के आसपास के इलाके में मक्खियों और मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि यहां रहनेवाले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2019 6:34 AM
उत्तम महतो/राज कौशिक
रांची : रांची नगर निगम द्वारा झिरी में कचरे का डंपिंग यार्ड बनाये जाने के कारण आज यहां रहनेवालों की जिंदगी मच्छरदानी में कैद हो कर रह गयी है.
कचरे की वजह से डंपिंग यार्ड के आसपास के इलाके में मक्खियों और मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि यहां रहनेवाले लोग दिन में भी मच्छरदानी के अंदर ही बैठ कर भोजन करते हैं, टीवी देखते हैं. बच्चों को पढ़ाई करनी हो, तो भी वे मच्छरदानी के अंदर ही बैठते हैं. इन लोगों की इतनी परेशानी के बावजूद रांची नगर निगम ने आज तक कचरे के इस अंबार के डिस्पोजल की व्यवस्था नहीं की है.
राजधानी रांची से रोजाना औसतन 500 टन कचरे का उठाव होता है. पिछले 20 साल से रोजाना रांची नगर निगम के झिरी स्थित डंपिंग यार्ड में इस कचरे को डंप किया जा रहा है. इस कारण यहां कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है. चूंकि आज तक कचरे के इस पहाड़ के डिस्पोजल की व्यवस्था नहीं की गयी है, इसलिए हल्की सी बारिश होने पर भी कचरे की बदबू से आसपास के मोहल्लों में रहनेवाले लोगों का जीना मुहाल हो जाता है.
यह हाल है‍ !
मक्खी-मच्छरों का प्रकोप ऐसा कि मच्छरदानी में ही गुजारते हैं पूरा दिन
कई बार गुहार लगाने के बाद भी समस्या की अनदेखी कर रहा रांची नगर निगम
खड़ा हो चुका है कचरे का पहाड़, बारिश के बाद उठने वाली बदबू से जीना हो जाता है मुहाल
लोगों ने दी चेतावनी अगर निगम ने ध्यान नहीं दिया, तो नहीं गिराने देंगे कचरा
नहीं हाेता ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
झिरी में मक्खियों और मच्छरों के प्रकोप से आसपास के लोग त्रस्त हो चुके हैं. यह बात रांची नगर निगम को भी पता है, लेकिन नगर निगम की उदासीनता देखिये कि यहां न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होता है और न ही फॉगिंग आदि करायी जाती है. मोहल्ले के लोगों चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही रांची नगर निगम ने मक्खी-मच्छरों के प्रकोप पर रोक नहीं लगायी, तो वे यहां कचरा डंप नहीं होने देंगे, चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो जाये.

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