रांची : ब्लड ट्रांसफ्यूजन से पहले करायें मॉलिक्यूलर ब्लड ग्रुपिंग की जांच

रांची : टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ सबिता विश्वास ने बताया कि थैलीसिमिया के मरीजों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन से पहले मॉलिक्यूलर ब्लड ग्रुप की जांच अवश्य करानी चाहिए. मॉलिक्यूलर जांच के बिना खून चढ़ाने से रियेक्शन होने की संभावना बनी रहती है. इसके लिए ब्लड मैट टेस्ट की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 15, 2019 9:23 AM
रांची : टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ सबिता विश्वास ने बताया कि थैलीसिमिया के मरीजों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन से पहले मॉलिक्यूलर ब्लड ग्रुप की जांच अवश्य करानी चाहिए.
मॉलिक्यूलर जांच के बिना खून चढ़ाने से रियेक्शन होने की संभावना बनी रहती है. इसके लिए ब्लड मैट टेस्ट की जांच की सुविधा होनी चाहिए. अगर राज्य के ब्लड बैंक में इसकी सुविधा नहीं है, तो इसकी व्यवस्था होनी चाहिए. वह मंगलवार को रिम्स ऑडिटोरियम में आयोजित हिमोग्लोबिनोपैथी पर आयोजित सेमिनार में बोल रही थी.
उन्होंने कहा कि ब्लड टेस्ट के लिए अब कई तकनीक आ गयी है, जिसकी जानकारी होनी चाहिए. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अमर कुमार वर्मा कहा कि एंटीबाॅडी जांच किये बिना ट्रांसफ्यूजन करने से रियेक्शन होने की संभावना ज्यादा रहती है.
चढ़ीगढ़ का ब्लड बैंक वर्ल्ड क्लास का, इसमें डॉ सबिता का योगदान, िदये गये सुझाव पर होगा अमल : निदेशक
रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि डॉ सबिता विश्वास को ब्लड ट्रांसफ्यूजन व ब्लड बैंक का बहुत अनुभव है.चड़ीगढ़ का ब्लड बैंक वर्ल्ड क्लास का है, जिसको बनाने में उनका योगदान रहा है. डाॅ सबिता को रिम्स ब्लड बैंक का भ्रमण कराया. उन्होंने अपना सुझाव दिया है, जिस पर अमल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक अच्छा है, जगह बहुत है. कुछ कमियां हैं, जिन्हें आसानी से दूर किया जा सकता है.

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