रांची : भाजपा के पास अपना उम्मीदवार नहीं, इंपोर्ट कर रही : सुभाष यादव

रांची : चतरा लोकसभा के राजद प्रत्याशी सुभाष यादव ने कहा कि भाजपा फूट डालो, राज करो की नीति पर काम कर रही है. संविधान की धज्जियां उड़ा रही है. आरक्षण में छेड़छाड़ किया जा रहा है. जनता भाजपा की जनविरोधी नीतियों से अवगत हो चुकी है. चतरा के वर्तमान सांसद से जनता ने मुंह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2019 8:17 AM
रांची : चतरा लोकसभा के राजद प्रत्याशी सुभाष यादव ने कहा कि भाजपा फूट डालो, राज करो की नीति पर काम कर रही है. संविधान की धज्जियां उड़ा रही है. आरक्षण में छेड़छाड़ किया जा रहा है. जनता भाजपा की जनविरोधी नीतियों से अवगत हो चुकी है. चतरा के वर्तमान सांसद से जनता ने मुंह मोड़ लिया है. ऐसी स्थिति में भाजपा को अब उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. वह दूसरे दल से उम्मीदवार इंपोर्ट कर रही है.
श्री यादव गुरुवार को प्रदेश राजद कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राजद, लालू प्रसाद के नेतृत्व में सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने कभी इसको लेकर समझौता नहीं किया चाहे कुर्सी रहे या जाये. श्री यादव ने कहा कि चतरा में सिंचाई की सुविधा नहीं है. स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. पंचायत में स्कूलों में ताला लटक रहा है. चतरा को गया सर्किल से जोड़ने की योजना पर कोई काम नहीं हुआ. पांच वर्षों में भाजपा ने क्षेत्र की जनता को झूठे सपने दिखाये.
चतरा में प्रत्याशी नहीं देने की होगी मांग : गौतम सागर राणा
प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने कहा कि राजद महागठबंधन का पक्षधर रहा है. पार्टी शुरू से पलामू सीट मांग रही थी. चतरा में प्रत्याशी नहीं देने को लेकर पार्टी कांग्रेस से आग्रह करेगी. पार्टी सिर्फ दो सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. शेष 12 सीटों पर पार्टी महागठबंधन के प्रत्याशी को जिताने का काम करेगी. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व महागठबंधन को कायम रखने के लिए कांग्रेस के आला नेताओं से बातचीत करेगा. उम्मीद है कि जल्द समस्या का समाधान हो जायेगा. प्रदेश नेतृत्व की ओर से भी महागठबंधन में शामिल नेताओं से बातचीत की जायेगी.
गोड्डा लोकसभा सीट
महागठबंधन में यह सीट झाविमो के खाते में गयी है. यहां से प्रदीप यादव को झाविमो का प्रत्याशी होना तय माना जा रहा है. वहीं भाजपा ने इस सीट से निशिकांत दुबे को प्रत्याशी बनाया है. इधर कांग्रेस के फुरकान अंसारी भी ताल ठोक रहे हैं. वे भी चुनाव लड़ने के मूड में हैं. अगर फुरकान अंसारी चुनाव में खड़ा हो जाते हैं, तो यहां भी झाविमो, भाजपा व फुरकान अंसारी के बीच रोमांचक मुकाबला होगा.

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