खूंटी : पीएलएफआइ कमांडर समेत पांच उग्रवादी मुठभेड़ में ढेर

खूंटी- पश्चिमी सिंहभूम सीमा पर स्थित जंगल में मुठभेड़ रांची/खूंटी : सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ के साथ मंगलवार तड़के खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम की सीमा पर स्थित लोंगकाटा गांव के समीप जंगल में जमकर मुठभेड़ हुई. इसमें पीएलएफआइ के इनामी जोनल कमांडर प्रभु सहाय बोदरा के अलावा पलटन और बच्चा सहित कुल पांच उग्रवादियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2019 7:31 AM
खूंटी- पश्चिमी सिंहभूम सीमा पर स्थित जंगल में मुठभेड़
रांची/खूंटी : सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ के साथ मंगलवार तड़के खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम की सीमा पर स्थित लोंगकाटा गांव के समीप जंगल में जमकर मुठभेड़ हुई.
इसमें पीएलएफआइ के इनामी जोनल कमांडर प्रभु सहाय बोदरा के अलावा पलटन और बच्चा सहित कुल पांच उग्रवादियों को जवानों ने मार गिराया. वहीं सामू पूर्ति उर्फ सोमा मुंडा और प्रवीण मुंडू नामक दो उग्रवादी गोली लगने से घायल हो गये. दोनों घायलाें को रिम्स में भर्ती कराया गया है. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से दो एके-47, दो .315 राइफल, नाइन एमएम की एक पिस्टल, चार देसी राइफल, नक्सली साहित्य, 264 कारतूस, 12 मोबाइल, पिट्ठू आदि बरामद किये हैं. बोदरा पर दो लाख का इनाम भी है. वहीं दो अन्य मृतकों की देर शाम तक पहचान नहीं हो सकी थी. घायल उग्रवादियों में सामू के चेहरे और प्रवीण के पैर में गोली लगी है़
31 कांडों में शामिल था प्रभु सहाय बोदरा : पीएलएफआइ के जोनल कमांडर प्रभु सहाय बोदरा पर दो लाख का इनाम घोषित था़ खूंटी, मुरह,बंदगांव और आसपास के क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बना हुआ था़
जिला पुलिस के लिए वह बड़ी
चुनौती था़ एसपी आलोक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि उसके खिलाफ खूंटी जिले में कुल 31 कांड दर्ज थे़
उसने कई बड़े हत्याकांड को अंजाम दिया था़ वहीं घायल प्रवीण मुंडू पूर्व में भी जेल जा चुका था़ लगभग एक सप्ताह पूर्व ही वह जेल से बाहर निकला है़ जेल से बाहर निकलने के बाद वह फिर से संगठन से जुड़ गया था़
उग्रवादी मुख्यधारा में लौटे नहीं तो अंजाम सामने है : एसपी
एसपी आलोक ने कहा कि पीएलएफआइ के जोनल कमांडर प्रभु सहाय बोदरा और उसके सदस्यों का खात्मा पुलिस के लिए बड़ी सफलता है़
आने वाले चुनाव के मद्देनजर यह बड़ी उपलब्धि है़ कहा कि जो भी उग्रवादी अथवा नक्सली पुलिस और आम लोगों को परेशान करते हैं, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जायेगा़ पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप और जोनल कमांडर जीदन गुड़िया को लेकर कहा कि आज की घटना से उन्हें संदेश मिल गया है़ उग्रवादी मुख्यधारा में लौट जाएं, नहीं तो अंजाम उनके सामने है़
एसडीओ ने की जांच : मुठभेड़ के बाद एसडीओ प्रणव कुमार पाल, प्रशिक्षु आइएएस उत्कर्ष गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे़ उन्होंने मुठभेड़ स्थल का निरीक्षण कर घटना का सत्यापन किया़ साथ ही शव और बरामद हथियारों की जांच की़