Honor: वरिष्ठ पत्रकार मधुकर को 2018 का तरुण भारत पर्यावरण रक्षक सम्मान
रांची : झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार मधुकर को वर्ष 2018 के तरुण भारत पर्यावरण रक्षक सम्मान के लिए चुना गया है. जल पुरुष राजेंद्र सिंह की संस्था तरुण भारत संघ हर पांच वर्ष पर इस सम्मान की घोषणा करती है. 15 जनवरी को राजस्थान के अलवर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र अरुण गांधी और […]
रांची : झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार मधुकर को वर्ष 2018 के तरुण भारत पर्यावरण रक्षक सम्मान के लिए चुना गया है. जल पुरुष राजेंद्र सिंह की संस्था तरुण भारत संघ हर पांच वर्ष पर इस सम्मान की घोषणा करती है. 15 जनवरी को राजस्थान के अलवर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र अरुण गांधी और पौत्र तुषार गांधी उन्हें यह सम्मान प्रदान करेंगे.
इस प्रतिष्ठत सम्मान को हासिल करने वाले वरिष्ठ पत्रकार मधुकर का कहना है कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद नदियों, तालाबों और अन्य जलाशयों का अस्तित्व खतरे में है. पहले जो नदियां सालों भर पानी से भरी रहती थीं, उनमें अब पानी ठहर नहीं रहा, बस रेत ही रेतबाकी है. वहीं, जंगल विकास की भेंट चढ़ जा रहे हैं. उन्हें बचाने का प्रयास नहीं हो रहा है.
मधुकर ने बताया कि पत्रकारिता में आने के शुरुआती दिनों से ही वे पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील रहे हैं और इस दिशा में लगातार काम भी करते रहे हैं. तालाबों को भरकर रीयल एस्टेट के पनपने कामुद्दा उन्होंने प्रमुखता से उठाया.
इसके अलावा, वह जल संरक्षण की जरूरत के प्रति सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कराने के साथ-साथ इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं से भी जुड़कर काम कर चुके हैं. फिलहाल, वह पर्यावरण, जल संरक्षण सहित गांधीवादी विचारों की प्रतिनिधि संस्थाओं से जुड़कर बढ़-चढ़कर काम कर रहे हैं.
तरुण भारत पर्यावरण रक्षक सम्मान के लिए चुने जाने पर वह कहते हैं, मैं तो बस अपना करता चला गया. यह देश और समाज है, जिसने मेरे काम को पहचाना और मुझे इस लायक समझा.