जानें कैसे बचें साइबर फ्रॉड से, पीओएस से पेमेंट करने पर बरतें सावधानी, एटीएम कार्ड न दें

रांची : आये दिन साइबर अपराधी ओटीपी नंबर पूछ कर लोगों के खाते से रुपये निकाल रहे हैं. ओटीपी नंबर लेने के लिए साइबर अपराधी पहले लोगों को झांसा में लेते हैं. फिर आराम से रुपये निकाल लेते हैं. रुपये निकाले जाने के बाद लोगों को अपनी गलती का एहसास होता है. इसलिए ओटीपी नंबर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 7, 2019 8:21 AM
रांची : आये दिन साइबर अपराधी ओटीपी नंबर पूछ कर लोगों के खाते से रुपये निकाल रहे हैं. ओटीपी नंबर लेने के लिए साइबर अपराधी पहले लोगों को झांसा में लेते हैं.
फिर आराम से रुपये निकाल लेते हैं. रुपये निकाले जाने के बाद लोगों को अपनी गलती का एहसास होता है. इसलिए ओटीपी नंबर का सुरक्षित तरीके से प्रयोग करें. साथ ही पीओएस द्वारा एटीएम कार्ड से भुगतान करने के दौरान ध्यान रखें कि आसपास खड़ा कोई संदिग्ध आपके एटीएम कार्ड और पिन का नंबर तो नहीं देख रहा है. इस तरह आम व्यक्ति साइबर क्राइम और फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी बरत कर अपने रुपये को सुरक्षित कर सकते हैं.
एटीएम कार्ड से पीओएस द्वारा पेमेंट करने का सुरक्षित तरीका
एटीएम कार्ड स्वैप मशीन (पीओएस) का प्रयोग अपने सामने करायें या स्वयं करे.
कार्ड स्वैप मशीन के प्रयोग के समय सतर्क रहें और हमेशा पिन नंबर छिपाकर ही अंकित करें.
होटल, मॉल, पेट्रोल पंप पर विशेष ध्यान रखते हुए पीओएस मशीन का इस्तेमाल करें.
स्वैप मशीन के इस्तेमाल के बाद प्रिंटेड बिल जरूर लें या ट्रांजेक्शन मैसेज तुरंत देखें और उसे संभाल कर रखें.
ओटीपी इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ध्यान
बैंक से जब ओटीपी नंबर मैसेज से प्राप्त होता है, तब उसे ध्यान से पढ़ें और उसका प्रयोग करें. अपना ओटीपी नंबर किसी को नहीं दे.
आपके ट्रांजेक्शन के बाद यदि कोई ट्रांजेक्शन संबंधित मैसेज आता है, तो यथाशीघ्र अपने बैंक जाकर जानकारी प्राप्त करें.
किसी अनजान व्यक्ति द्वारा कॉल कर यदि ओटीपी मांगा जा रहा है, तो उसे कभी भी अपना ओटीपी नंबर नहीं बतायें और तुरंत अपना एटीएम पिन नंबर बदल लें.

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