रांची : मरांग गोमके ने सबसे पहले अलग झारखंड राज्य का स्वप्न देखा था

झारखंड आदिवासी विकास समिति ने मनायी जयंती कुंजवन की टीम ने नागपुरी में एक से बढ़ कर एक नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति दी रांची : मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर गुरुवार को झारखंड आदिवासी विकास समिति की अोर से गितिलकोचा कोकर में समारोह का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि पद्मश्री सिमोन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 4, 2019 9:11 AM
झारखंड आदिवासी विकास समिति ने मनायी जयंती
कुंजवन की टीम ने नागपुरी में एक से बढ़ कर एक नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति दी
रांची : मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर गुरुवार को झारखंड आदिवासी विकास समिति की अोर से गितिलकोचा कोकर में समारोह का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि पद्मश्री सिमोन उरांव अौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने नगाड़ा बजाकर कार्यक्रम की शुरुआत की.
कार्यक्रम में आदिवासी विकास समिति के अध्यक्ष प्रभाकर नाग ने कहा कि संविधान सभा में जयपाल सिंह की वजह से आदिवासियों को उनके कई अधिकार मिल सके. उन्होंने सबसे पहले अलग झारखंड राज्य का स्वप्न देखा अौर उसे पूरा करने का प्रयास किया. देश को हॉकी में अोलिंपिक का पहला स्वर्णपदक उन्होंने ही दिलाया. ऐसे महापुरुष की जयंती राज्य सरकार की ओर से आयोजित नहीं कराना, उनके प्रति उपेक्षात्मक रवैया को दर्शाता है.
कार्यक्रम में पद्मश्री मुकुंद नायक की संस्था कुंजवन की टीम ने नागपुरी में एक से बढ़कर एक नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति दी. समिति के कार्यालय का भी उदघाटन किया गया. कार्यक्रम में अजय अोड़ेया, कंचन मुंडा, रवि मुंडा, हरीश मुंडा, बादल मुंडा, सागर मुंडा, प्रकाश हंस, संजय कुजूर, बबलू उरांव, मुन्ना मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.

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