कुपोषण में सबसे खराब स्थिति पश्चिम सिंहभूम की

रांची : राज्य में कुपोषण की वजह से बच्चों की सर्वाधिक बुरी स्थिति पश्चिमी सिंहभूम में है. नीति आयोग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार इस जिले में कुपोषण की वजह से पांच साल तक उम्र के बच्चों में 59.41 फीसदी नाटेपन के शिकार हैं. साथ ही 66.85 फीसदी बच्चे कुपोषण की वजह से अंडरवेट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2018 8:14 AM
रांची : राज्य में कुपोषण की वजह से बच्चों की सर्वाधिक बुरी स्थिति पश्चिमी सिंहभूम में है. नीति आयोग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार इस जिले में कुपोषण की वजह से पांच साल तक उम्र के बच्चों में 59.41 फीसदी नाटेपन के शिकार हैं. साथ ही 66.85 फीसदी बच्चे कुपोषण की वजह से अंडरवेट हैं. बोकारो और धनबाद की स्थिति नाटेपन के मामले में थोड़ी बेहतर है.
बोकारो में 39.78 और धनबाद में 38.46 फीसदी बच्चे नाटेपन के शिकार हैं. बोकारो में 50.75 फीसदी बच्चे कुपोषण से अंडरवेट हैं. वहीं धनबाद में 42.60 फीसदी बच्चे कुपोषण के कारण अंडरवेट हैं. आंकड़ों के अनुसार बोकारो में 74 फीसदी, धनबाद में 69.87, गढ़वा में 74.88, गिरिडीह में 74.38 और गोड्डा में 80.72 फीसदी बचे एनेमिया के शिकार हैं.
जिला ठिगनापन अंडरवेट
बोकारो 39.78 50.75
चतरा 49.57 51.27
देवघर 44.77 46.00
धनबाद 38.46 42.60
दुमका 43.79 53.49
गढ़वा 45.58 50.68
गिरिडीह 45.77 40.63
गोड्डा 53.99 45.97
गुमला 45.82 47.65
हजारीबाग 49.27 47.05
जामताड़ा 44.13 48.78
खूंटी 40.09 53.82
कोडरमा 42.42 42.24
लातेहार 44.18 44.17
लोहरदगा 41.69 48.13
पाकुड़ 51.84 46.88
पलामू 45.39 43.85
प. सिंहभूम 59.41 66.85
पूर्वी सिंहभूम 39.34 49.80
रामगढ 38.69 46.25
रांची 40.66 43.83
साहेबगंज 50.22 49.71
सरायकेला 45.11 52.58
सिमडेगा 39.21 47.88

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