बजट सत्र के दूसरे दिन झारखंड विधानसभा में शोर-शराबे के बीच भी चलता रहा सदन

रांची : बजट सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को राज्य के तीन आला अधिकारियों पर विपक्ष ने जोरदार हमला बोला़ पूरा विपक्ष मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, डीजीपी डीके पांडेय और एडीजी अनुराग गुप्ता को पदमुक्त करने पर अड़ा था़ पहली पाली में 48 मिनट हंगामा, शोर-शराबा और आरोप-प्रत्यारोप में ही बीत गया. सदन में प्रश्नकाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2018 6:45 AM
रांची : बजट सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को राज्य के तीन आला अधिकारियों पर विपक्ष ने जोरदार हमला बोला़ पूरा विपक्ष मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, डीजीपी डीके पांडेय और एडीजी अनुराग गुप्ता को पदमुक्त करने पर अड़ा था़ पहली पाली में 48 मिनट हंगामा, शोर-शराबा और आरोप-प्रत्यारोप में ही बीत गया.
सदन में प्रश्नकाल नहीं चला. स्पीकर दिनेश उरांव के आग्रह के बाद भी विपक्ष तीनों अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए अड़ा रहा़ विपक्ष के विधायक अपनी मांग को लेकर वेल में घुसे़ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की़ इन अधिकारियों को पद से हटाने और आरोपों की सीबीआइ से जांच कराने की मांग पर विपक्ष कार्यस्थगन लाकर विशेष चर्चा की मांग कर रहा था़
स्पीकर श्री उरांव ने विपक्ष की ओर से लाये गये दो कार्यस्थगन प्रस्ताव को अमान्य कर दिया़ सदन में गतिरोध को देखते हुए स्पीकर ने दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी़ इधर सदन की कार्यवाही शुरू होते ही झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने मामला उठाते हुए कहा कि मुख्य सचिव, डीजीपी और एडीजी पर गंभीर आरोप लगे हैं. वरीय पदाधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तो प्रशासनिक तंत्र में गलत संदेश जायेगा़ सरकार इन तीनों को पदमुक्त करे़ ये राज्य के वरीय पदाधिकारी है़ं गंगोत्री गंदी होगी, तो गंगा साफ नहीं हो सकती है़ सत्ता पक्ष के विरंची नारायण, मनीष जायसवाल, अनंत ओझा ने इसका विरोध किया़ सत्ता पक्ष के विधायकों का कहना था कि ये लोग सदन को चलने नहीं देना चाहते हैं.
सरकार पर इस तरह से दबाव नहीं बनाया जा सकता है़ स्पीकर का कहना था कि अभी प्रश्नकाल है़ बजट पर चर्चा होगी, उसमेें अपनी बात रखे़
जिन पर आरोप लगे हैं, वे सदन के सदस्य नहीं : सरयू
संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने सदन में सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि विपक्ष जो विषय सदन के अंदर लाया है, उसके निष्पादन की प्रक्रिया चल रही है़ ये विषय कार्यस्थगन के अनुकूल नहीं है़ जिन पर आरोप लग रहे हैं, वे सदन के सदस्य नहीं है़ं इस मामले में सरकार गतिशील है और विहित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है़
मामला कोर्ट में चल रहा है : किशोर
सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर का कहना था कि मामला कोर्ट में चल रहा है़ इस पर सदन के अंदर चर्चा नहीं हो सकती है़ इसका झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने विरोध किया़ बारी-बारी से विधायक अपनी बात कर रहे थे़ सत्ता पक्ष के विधायकों का कहना था कि जब कार्यस्थगन अमान्य हो गया है, तो फिर इस पर चर्चा ना हो़ इसके बाद पूरा विपक्ष वेल में घुस गया़ हो-हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी़ दूसरी पाली में भी विपक्ष इस मुद्दे को लेकर शोर करता रहा़ वेल में घुस गये और लगभग दो घंटे तक हंगामा किया़ नारेबाजी हो रही थी़ हो-हंगामा के बीच सरकार की ओर से राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा होती रही़
बजट सत्र दूसरा दिन
प्रश्नकाल : पक्ष विपक्ष में होती रही तकरार
पहली पाली : 48 मिनट तक सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप
दूसरी पाली : लगभग दो घंटे वेल में रहा विपक्ष फिर किया वाॅकआउट
सदन में गूंजी प्रभात खबर में छपी रिपोर्ट, विधायकों ने दिया हवाला
प्रभात खबर में कैबिनेट की बैठक में सीएस के आने का औचित्य क्या है? शीर्षक से छपी रिपोर्ट सदन के अंदर गूंजी. विपक्षी विधायक प्रदीप यादव प्रभात खबर लेकर सदन में पहुंचे थे़ इनका कहना था कि केवल यह मामला प्रतिपक्ष का नहीं है़ सरकार में शामिल मंत्री ने भी सीएस के खिलाफ अपनी बातें रखी है़
सरकार में शामिल लोग ही सवाल उठा रहे हैं, फिर सरकार इन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है़ प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन का कहना था कि सरकार में शामिल मंत्री ही विरोध कर रहे है़ं सरकार मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं करती है़ इनको तो इस्तीफा दे देना चाहिए़ कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत ने प्रभात खबर में छपी खबर का हवाला देते हुए कहा कि सरकार सामूहिक जिम्मेवारी और विश्वास से चलती है़ सरकार के कैबिनेट में शामिल एक मंत्री ही आरोप लगा रहे है़ं
हेमंत बोले : सदन को कौरवों की सभा नहीं बनायें, स्पीकर भीष्म पितामह ना बनें
प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि ये संवेदनशील मुद्दे है़ं सदन में पहले भी हुआ है, पूर्व मुख्य सचिव एके सिंह पर आरोप लगे, तो उनको हटाया गया था़ नये विधायकों पर कार्रवाई हो जाती है़ सदन की गरिमा सीएम ने भी तार-तार की है़ सदन का चीरहरण हुआ है़ सदन को कौरवों की सभा ना बनाये़ं आप क्यों मौन है़ं भीष्म पितामह ना बने़ं सदन की रक्षा करने की जिम्मेवारी आपकी है़
िकसने क्या कहा
सरकार के संज्ञान में है, प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हो रही – सरयू राय, मंत्री
सरकार बेदाग है तो हटाये, नहीं तो समझेंगे गड़बड़झाला चल रहा – प्रदीप यादव, झाविमो
सदन में फैसला होना चाहिए़ सरकार पर अंगुली उठ
रही है़-स्टीफन मरांडी, झामुमो
मामला कोर्ट में है़ सदन के अंदर चर्चा नहीं हो सकती.
– राधाकृष्ण िकशोर, भाजपा

Next Article

Exit mobile version