बरसात के मौसम में बढ़ा मच्छर जनित बीमारियों को प्रकोप, डेंगू और मलेरिया के मरीजों से भरा रिम्स का आइसोलेशन वार्ड

रांची: बरसात में आते ही राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में मच्छर जनित बीमारियाें का प्रकोप तेजी से बढ़ रही हैं. मौजूदा समय में रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में डेंगू और मलेरिया के करीब आठ मरीज भरती हैं. भरती मरीजों का इलाज मेडिसिन विभाग के विभिन्न यूनिट इंचार्ज की देखरेख में किया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 7, 2017 7:24 AM
रांची: बरसात में आते ही राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में मच्छर जनित बीमारियाें का प्रकोप तेजी से बढ़ रही हैं. मौजूदा समय में रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में डेंगू और मलेरिया के करीब आठ मरीज भरती हैं. भरती मरीजों का इलाज मेडिसिन विभाग के विभिन्न यूनिट इंचार्ज की देखरेख में किया जा रहा है. मरीजों को मच्छरदानी दी गयी है, जिससे उनकी देखरेख कर रहे परिजन बीमारी की चपेट में नहीं आयें.

जानकारी के अनुसार कई मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं, कई मरीजों का सैंपल जांच के लिए गया है. आइसालेशन वार्ड की सिस्टर इंचार्ज रामरेखा ने बताया कि इस साल अबतक 14 डेंगू से पीड़ित मरीज पूरी तरह ठीक होकर गये हैं. रिम्स के फिजिशियन डॉ विद्यापति ने बताया कि डेंगू मच्छर जनित बीमारी है. इसमें मरीज की मांसपेशियों में दर्द, बुखार व सांस लेने की समस्या होती है. वहीं, मलेरिया में ठंड के साथ तेज बुखार आता है. बुखार का समय निर्धारित होता है. इस मौसम में फ्लू की चपेट में अाने की संभावना रहती है. फ्लू के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है. दमा के मरीजों को विशेष ध्यान देना चाहिए.
अस्पताल में मौजूद हैं स्वाइन फ्लू की दवाएं
रिम्स में स्वाइन फ्लू की दवाएं मौजूद हैं. सिस्टर इंचार्ज ने बताया कि हमारे पास स्वाइन फ्लू (बच्चाें अौर बड़ों दोनों की) की पर्याप्त दवाएं हैं. है. अगर किसी अस्पताल को दवा की आवश्कता पड़ती है, तो निदेशक या अधीक्षक के नाम से दवा ले जा सकते हैं.

Next Article

Exit mobile version