धनबाद से कुसुंडा व चंद्रपुरा से फुलवारटांड़ तक चलेगी ट्रेन

धनबाद: रेलवे बोर्ड ने 15 जून से बंद धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के बीच के अग्नि प्रभावित हिस्सों (कुसुंडा से फुलारीटांड़) को छोड़ कर बाकी स्टेशनों के बीच पैसेंजर और गुड्स ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है. रेलवे के इस फैसले से कोयला ढुलाई का उद्देश्य तो पूरा होता दिखता है, लेकिन यात्रियों को कोई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 7:09 AM
धनबाद: रेलवे बोर्ड ने 15 जून से बंद धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के बीच के अग्नि प्रभावित हिस्सों (कुसुंडा से फुलारीटांड़) को छोड़ कर बाकी स्टेशनों के बीच पैसेंजर और गुड्स ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है. रेलवे के इस फैसले से कोयला ढुलाई का उद्देश्य तो पूरा होता दिखता है, लेकिन यात्रियों को कोई खास लाभ होने की उम्मीद नहीं है.

तीन जुलाई को जारी रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार पूर्व मध्य रेल प्रबंधन के आग्रह पर यह फैसला किया गया है. हालांकि मालगाड़ी एवं पैसेंजर ट्रेनें चलाने की तिथि अभी तय नहीं हुई है. परिचालन शुरू करने के बारे में इसीआर प्रबंधन को निर्णय लेना है. इन रास्तों को डीजीएमएस ने भी सुरक्षित बताया है.

धनबाद-कतरास का संकट बरकरार : रेलवे के फैसले से धनबाद-कतरास-सोनारडीह के लोगों को कोई फायदा नहीं होगा. क्योंकि कतरास-सोनारडीह से बड़ी संख्या में लोग रोजमर्रा के काम और शिक्षण के सिलसिले में आना-जाना करते थे. कुसुंडा के बाद बसेरिया, बांसजोड़ा, सिजुआ, कतरासगढ़ व सोनारडीह स्टेशन (कुल लंबाई 18 किमी) है. इन स्थानों की समस्या जस की तस है. यहां रहने वाले लोगों को अब कोई ट्रेन नहीं मिलेगी. उन्हें सड़क मार्ग का सहारा ही लेना होगा.

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