जी का जंजाल बनी नयी पार्किंग व्यवस्था, गुंडागर्दी करते हैं पार्किंग शुल्क वसूलने वाले युवक

रांची: रांची नगर निगम द्वारा मेन रोड में लागू की गयी कलर्ड पार्किंग व्यवस्था शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन गयी है. पार्किंग शुल्क वसूलने वाली कंपनी के कर्मचारी हर दिन किसी न किसी से उलझ जाते हैं. वे शुल्क वसूलने के लिए लोगों से गाली-गलौज और बदतमीजी भी करते हैं. इसकी शिकायत लगातार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 20, 2017 7:02 AM
रांची: रांची नगर निगम द्वारा मेन रोड में लागू की गयी कलर्ड पार्किंग व्यवस्था शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन गयी है. पार्किंग शुल्क वसूलने वाली कंपनी के कर्मचारी हर दिन किसी न किसी से उलझ जाते हैं. वे शुल्क वसूलने के लिए लोगों से गाली-गलौज और बदतमीजी भी करते हैं. इसकी शिकायत लगातार मेयर आशा लकड़ा के पास पहुंच रही है. इसी को देखते हुए मेयर ने मंगलवार को बैठक बुलायी है. इसमें तय होगा कि कंपनी को भविष्य में पार्किंग चार्ज वसूलने दिया जाये या नहीं.
नगर निगम ने 26 जनवरी से राजधानी की सबसे प्रमुख सड़क मेन रोड में नयी पार्किंग व्यवस्था (कलर्ड पार्किंग) लागू की थी. इसके तहत सड़क को अलबर्ट एक्का चौक से ओवरब्रिज तक चार जोन (रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन) में बांटा गया था, ताकि यह सड़क जाममुक्त हो सके. पार्किंग चार्ज वसूलने का जिम्मा बेंगलुरु की कंपनी जी-नोस्टिक सॉल्यूशन को दिया गया था. शुरुआती दिनों में तो सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन बाद में कंपनी के लिए पार्किंग शुल्क वसूलने वाली एजेंसी के कर्मचारी बेलगाम हो गये.
पार्किंग के लिए एजेंसी नियुक्त करना निगम की गलती : मेयर
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह सोमवार को प्रेस वार्ता कर रहे थे. इसमें मेयर आशा लकड़ा भी मौजूद थीं. यहां शहर में पार्किंग व्यवस्था को लेकर उठे सवाल पर मेयर ने कहा कि रांची में पार्किंग के लिए निजी एजेंसी को नियुक्त कर नगर निगम ने गलती की है. पार्किंग के नाम पर एजेंसी के गुंडे अवैध वसूली कर रहे हैं. लोगों को परेशान कर रहे हैं. जल्द ही बोर्ड की बैठक बुलाकर इस पर निर्णय लिया जायेगा. मामले में नगर विकास मंत्री ने कहा कि मेयर जनप्रतिनिधि होते हैं, यदि उनके आदेश का उल्लंघन होता है, तो एजेंसी पर कार्रवाई की जायेगी.

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