रांची : बारिश की फुहार से मौसम में आयी बहार, तापमान गिरा तो लोगों ने ली राहत की सांस, VIDEO
रांची : बैचेन कर देने वाली गर्मी और चिलचिलाती धूप से जूझ रहे रांची के लोगों ने आज राहत की सांस ली. दिन के करीब एक बजे जमकर बारिश हुई. इस बारिश के बाद रांची का तापमान गिर गया. ज्ञात हो कि रांची सहित झारखंड के विभिन्न जिलों में इन दिनों गर्मी अपने सारे पुराने […]
रांची : बैचेन कर देने वाली गर्मी और चिलचिलाती धूप से जूझ रहे रांची के लोगों ने आज राहत की सांस ली. दिन के करीब एक बजे जमकर बारिश हुई. इस बारिश के बाद रांची का तापमान गिर गया. ज्ञात हो कि रांची सहित झारखंड के विभिन्न जिलों में इन दिनों गर्मी अपने सारे पुराने रिकार्ड तोड़ रही है. अमूमन सामान्य तापमान 40 डिग्री से ऊपर रह रहा है. हालत यह है कि लोग भीषण गर्मी और धूप की वजह से घरों से निकलना पसंद नहीं कर रहे हैं. लगभग चार दिनों तक मोरा तूफान का असर रहा. इस दौरान तापमान थोड़ा कुछ कम रहा लेकिन पिछले दो -तीन दिनों से तापमान में अचानक जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गयी. इस उमस भरे मौसम से गृहणियां, बच्चे व दफ्तर जाने वाले लोग भी परेशान हो चुके थे.उनके सामान्य दिनचर्या पर इसका असर दिख रहा था.
ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि प्री मानसून बारिश का असर झारखंड में भी पड़ा है. लिहाजा इसकी वजह से अगले चार दिनों तक तापमान में गिरावट दिखने को मिल सकती है और मौसम खुशनुमा हो सकता है. पिछले सप्ताह केरल में मानसून ने दस्तक दे दी थी. गर्मी का मौसम खत्म होने के बाद अब लोग बारिश और ठंढक का आनंद ले सकेंगे.
रविवार को पड़ी थी रिकार्ड तोड़ गर्मी
मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार रविवार का दिन सबसे अधिक गर्म रहा. रांची में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, जमशेदपुर में 42.8 डिग्री सेल्सियस, और डालटनगंज में 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह जून के माह का सबसे अधिक तापमान बताया जा रहा है.
12 से 15 जून के बीच आयेगा मानसून
कृषि वैज्ञानिक और मौसम का पूर्वानुमान लगानेवाले एके वदूद का कहना है कि 12 से 15 जून के बीच मानसून झारखंड पहुंचेगा. उससे पहले प्री मानसून बारिश की संभावना है. उन्होंने कहा कि यह धरती के अधिक गरम होने की वजह से होगा. इससे अधिकतम तापमान में कमी आयेगी. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के अंत तक अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की जायेगी. उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान मोरा के कमजोर पड़ने से झारखंड में इस बार अधिक बारिश होने की संभावना है.
