ओशो फ्रेगरेंस के तीसरे दिन ध्यान और माला दीक्षा की मिली जानकारी
ओशो फ्रेगरेंस के तीसरे दिन ध्यान और माला दीक्षा की मिली जानकारी
रामगढ़. ओशो फ्रेगरेंस के तीसरे दिन शनिवार को शहनाई हॉल, रामगढ़ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्वामी ओशो प्रदीप ने कहा कि हम हर चीज को अपने नजरिये से देखते हैं, जो कई मापदंडों पर सही नहीं होती है. समय आने पर वही चीज हमारे अनुकूल हो जाती है. स्वामी जी ने दुखों को स्वीकार कर उनसे मानसिक शांति सीखने का मार्ग बताया. साधकों ने ऊर्जा जागृत कर विश्राम व समाधि का अनुभव किया. दूसरे सत्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इसमें स्वामी जी ने कहा कि ध्यान से बच्चों की पढ़ाई में सुधार, मन व दिमाग की सक्रियता व पारिवारिक संबंधों में सुधार संभव है. ध्यान में कोई मांग नहीं होती है. केवल प्रभु से मिलन होता है. मौके पर पटना, छत्तीसगढ़, डाल्टनगंज, बोकारो, हजारीबाग, दिल्ली के साधक मौजूद थे. तृतीय सत्र में ओशो अनुज स्वामी शैलेंद्र सरस्वती ने माला की दीक्षा दी. साधकों ने माला पहनाया. स्वामी जी ने जीवनभर माला पहनने व ज्ञान के प्रति सजग रहने का मार्गदर्शन दिया. मंच संचालन स्वामी मनोज कुमार, मां दीपा वर्मा व कमल बगड़िया ने किया. मां अमृत प्रिया ने प्रवचन दिया. इसके बाद आचार्य ओशो प्रदीप, ओशो प्रभाकर व स्वामी शैलेंद्र सरस्वती ने माला दीक्षा व आशीर्वाद देकर प्रसाद का वितरण किया. धन्यवाद ज्ञापन स्वामी मनोज वर्मा ने किया. मौके पर सोनी कुमारी, शोभा मालाकार, रश्मि कुमारी, आरती कुमारी, अंजली कुमारी, खुशी मिश्रा, आंचल कुमारी, भवानी शंकर, सुधीर कुमार, आशीष कुमार, भास्कर कुमार, चंदा कुमारी, दीपक कुमार, नेहा कुमारी, पूनम कुमारी, दीपक कुमार गुप्ता, पल्लवी शर्मा मौजूद थे.
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