लेबर कोर्ट में शिकायत करने वाले मजदूरों को कंपनी ने निकाला
लेबर कोर्ट में शिकायत करने वाले मजदूरों को कंपनी ने निकाला
सीएचपी साइलो में कार्यरत थे मजदूर, मजदूरों व विस्थापितों ने दी आंदोलन की चेतावनी. उरीमारी. सीसीएल बिरसा परियोजना के सीएचपी साइलो में कार्यरत चार मजदूरों को काम से निकाल दिया गया है. इन्हें पूर्व में कोई नोटिस नहीं दिया गया था. सभी मजदूर एलएंडटी कंपनी के पेट्टी कांट्रैक्टर संगीता देवी सिविल एंड मैकेनिकल वर्क के अधीन काम करते थे. काम से निकाले गये रौशन हंसदा, महालाल सोरेन, आकाश मांझी व राजेंद्र टुडू ने बताया कि ठेका मजदूरी के लिए सीसीएल द्वारा निर्धारित मजदूरी 1285 रुपए प्रतिदिन है. कंपनी द्वारा पीएफ काट कर केवल 475 रुपये प्रतिदिन भुगतान किया जा रहा था. पूरी मजदूरी मांगने पर धमकी दी जाती थी. मजदूरों ने बताया कि इस मामले को लेकर उनलोगों ने लेबर कोर्ट में शिकायत की थी. शिकायत के बाद ही कंपनी ने हमें काम से निकाला है. शनिवार की शाम को कंपनी ने 17 और मजदूरों को नोटिस जारी कर दिया है. इसमें कंपनी ने कहा है कि 17 मजदूर हाजिरी बनाने के बाद काम से गायब थे. इधर, साइलो में कार्यरत सभी मजदूरों ने शनिवार को साइलो परिसर में प्रदर्शन किया. काम से हटाये गये मजदूरों को वापस रखने की मांग की. कहा कि काम पर बहाल नहीं किया गया, तो विस्थापितों के साथ मिलकर आंदोलन शुरू कर देंगे. इस संबंध में कंपनी के पदाधिकारी से संपर्क करने पर कुछ भी बताने से इनकार किया. विरोध प्रदर्शन में धनीराम मांझी, शाहरुख सोरेन, महेश पंवरिया, राकेश हंसदा, हीरा मांझी, दशरथ करमाली, सुरेंद्र बेसरा, संतोष करमाली, राजेंद्र मुंडा, निर्मल मांझी, विनोद मांझी, सिकंदर टुडू शामिल थे.
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