डायन कुप्रथा एवं बाल विवाह की घटना पर रोक लगायें : डीडीसी
डायन कुप्रथा एवं बाल विवाह की घटना पर रोक लगायें : डीडीसी
सामाजिक कुरीति निवारण योजना को लेकर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन रामगढ़. सिदो-कान्हू जिला मैदान, रामगढ़ में सामाजिक कुरीति निवारण योजना, राज्य योजनाएं और बाल विवाह मुक्त झारखंड से संबंधित अनुमंडल स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया. मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल थे. स्वागत भाषण जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इंदु प्रभा खलखो ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य में संचालित विभिन्न राज्य योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराना है. इससे समाज में चल रही कुप्रथा डायन प्रथा, बाल विवाह को समाप्त करने में मदद मिलेगी. उप विकास आयुक्त ने कहा कि डायन कुप्रथा, बाल विवाह सहित अन्य कुप्रथा वर्तमान में महत्वपूर्ण विषय है. हमारा राज्य कई मामलों में समृद्ध है, लेकिन हमारे समक्ष कई चुनौतियां भी हैं. उन्होंने डायन कुप्रथा एवं बाल विवाह की घटना पर अंकुश लगाने को चुनौती बताया. कहा कि इसकी रोकथाम के लिए जागरूकता जरूरी है. उप विकास आयुक्त ने डायन कुप्रथा एवं बाल विवाह की रोकथाम को लेकर जागरूकता शपथ दिलायी. अनुमंडल पदाधिकारी अनुराग कुमार तिवारी ने कहा कि जिन विषयों पर चर्चा हो रही है, वह गंभीर है. समय रहते कार्य नहीं किया गया, तो वे हमारे समाज को खोखला कर देगा. इससे बचाव एवं रोकथाम के लिए जागरूकता जरूरी है. प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा रवींद्र कुमार गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमारी नीलम, सहायक निदेशक समाज कल्याण विभाग कृष्णा टोप्पो ने डायन कुप्रथा, बाल विवाह पर रोकने के लिए चल रहे कार्यों को बताया. राज्य स्तरीय टीम से प्रज्ञा कुमारी, शालिनी बोरल एवं नागेंद्र प्रसाद ने जानकारी साझा की. कार्यशाला का संचालन राजनंदनी ने किया.
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