सकारात्मक सोच से ही सशक्त होगा राष्ट्र : पुष्पेंद्र

मेदिनीनगर : पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सभी धर्मों से ऊपर राष्ट्र धर्म है. किसी भी देश के नागरिक के लिए राष्ट्र व राष्ट्र धर्म सर्वोपरि होता है. इस बात को भारतवासियों को समझने की जरूरत है और राष्ट्र को सशक्त बनाने की दिशा में सकारात्मक सोच व समर्पण भाव के साथ काम करने की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 11, 2019 12:22 AM

मेदिनीनगर : पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सभी धर्मों से ऊपर राष्ट्र धर्म है. किसी भी देश के नागरिक के लिए राष्ट्र व राष्ट्र धर्म सर्वोपरि होता है. इस बात को भारतवासियों को समझने की जरूरत है और राष्ट्र को सशक्त बनाने की दिशा में सकारात्मक सोच व समर्पण भाव के साथ काम करने की जरूरत है.

पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ रविवार को शहर के बैरिया चौक स्थित चंद्रा रेसीडेंसी में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. स्वर्गीय राजीव पांडेय विचार मंच ने देश की आंतरिक सुरक्षा व राष्ट्रवाद विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया था. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि नागरिकों की सकारात्मक सोच, देश प्रेम व समर्पण से ही राष्ट्र मजबूत होता है.
वर्तमान परिवेश में देश विषम परिस्थिति से गुजर रहा है. ऐसी स्थिति में देश के नागरिकों को गंभीर होकर सोचने व सकारात्मक दिशा में काम करने की जरूरत है. भारत की भूमि ऋषियों व तपस्वियों की रही है. सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति अध्यात्म ज्ञान-विज्ञान से परिपूर्ण है. आज जरूरत है भारतवासियों को अपनी संस्कृति व धर्म के साथ जुड़े रहने की.
अपनी संस्कृति व सनातन धर्म के संरक्षण व संवर्द्धन की दिशा में सक्रियता के साथ काम करने की आवश्यकता है. जब देशवासियों का सोच व भाव समर्पण का रहेगा, तभी यह संभव हो पायेगा. आरएसएन सिंह ने कहा कि सनातन धर्म व संस्कृति पूरी दुनिया में श्रेष्ठ है. समाज में जिसे जो जिम्मेवारी मिली है, यदि वे अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह्न पूरी ईमानदारी के साथ करेंगे तो समाज व राष्ट्र तरक्की के पथ पर आगे बढ़ेगा.

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