10 माह से बंद है रेडी टू इट, सेविका तक पहुंचा एक माह का पैकेट

हैदरनगर : प्रखंड में संचालित बाल विकास परियोजना के अधीन आंगनबाड़ी केंद्रों से पांच वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिला व धात्री माताओं को मिलने वाला पोषाहार 10 माह से बंद है. वहीं स्कूल पूर्व शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को मिलने वाला पोषाहार भी बंद है. आंगनबाड़ी केंद्र की माता समितियों ने उधार पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 1, 2019 6:44 AM

हैदरनगर : प्रखंड में संचालित बाल विकास परियोजना के अधीन आंगनबाड़ी केंद्रों से पांच वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिला व धात्री माताओं को मिलने वाला पोषाहार 10 माह से बंद है. वहीं स्कूल पूर्व शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को मिलने वाला पोषाहार भी बंद है. आंगनबाड़ी केंद्र की माता समितियों ने उधार पर केंद्रों का संचालन आठ माह से किया.

उन्हें गत वर्ष के पांच माह के बकाया के साथ-साथ इस वर्ष के आठ माह का बकाया भी भुगतान नहीं किया है. दो माह से दुकानदारों ने आंगनबाड़ी केंद्रों को उधार बंद कर दिया है. केंद्रों का संचालन कैसे होता होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. पंचायत समिति सदस्य रामप्रवेश सिंह ने बताया कि आनंगनबाड़ी सेविकाओं को बाल विकास परियोजना व प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटते देखा जाता है. वह बताती है कि कभी बीएलओ का मीटिंग है, कभी बेटी बचाव अभियान है, कभी और कुछ कार्यक्रम है.

उन्होंने बताया कि सेविकाओं को बार-बार प्रखंड कार्यालय बुलाने से आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. पोषाहार का अभाव पहले से ही कायम है. उन्होंने उपायुक्त पलामू से मांग की है कि पूर्व की तरह पोषाहार की राशि माता समिति के खाते में अग्रिम भेजने व रेडी टू इट ससमय केंद्रों को उपलब्ध कराया जाये. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं से बाल विकास परियोजना के अधीन ही कार्य लिया जाये, जिससे गांव में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन ठीक ढंग से हो सके.

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