सतबरवा में अनियमित विद्युतापूिर्त, लोग त्रस्त
सतबरवा: इन दिनों सतबरवा तथा आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आंखमिचौनी से आम लोग परेशान हैं. जिसके कारण लोगों को काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. परेशानी को देखते हुए उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है और सड़क जाम करने की भी धमकी दे रहे हैं. इसी सिलसिले को लेकर सतबरवा मुखिया संजय […]
सतबरवा: इन दिनों सतबरवा तथा आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आंखमिचौनी से आम लोग परेशान हैं. जिसके कारण लोगों को काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. परेशानी को देखते हुए उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है और सड़क जाम करने की भी धमकी दे रहे हैं. इसी सिलसिले को लेकर सतबरवा मुखिया संजय कुमार मिश्र तथा प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष रवि प्रसाद के नेतृत्व में मंगलवार को देर शाम सैकड़ों ग्रामीण सतबरवा ओपी प्रभारी नवीन प्रसाद से मिले और बिजली समस्या के समाधान को लेकर बातचीत किया. उपभोक्ताओं का कहना है कि सतबरवा विद्युत ग्रिड से लगभग 100 से भी अधिक गांवो में बिजली का संचालन होता है, जिससे छोटे लघु उद्योग, कृषि कार्य, विद्यार्थियों की पढ़ाई लिखाई समेत अन्य कई कार्य बिजली पर आधारित है, पर लगातार एक माह से बिजली की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उपभोक्ताओं का कहना है कि बार-बार बिजली विभाग द्वारा तार टूट जाने की बातें कही जाती रही है, पर उपभोक्ताओं का आरोप है कि कुछ शरारती लोगों द्वारा बिजली संचालन में बाधा पहुंचाया जा रहा है, जिसके कारण सतबरवा विद्युत ग्रिड से जुड़े कई गांव के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पा रही हैं. ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई करने की मांग की गयी. वहीं लोगों ने कहा कि अगर इसमें सुधार नहीं किया गया, तो उपभोक्ता और ग्रामीण सड़क जाम भी कर सकते हैं, जिसकी सारी जवाबदेही विभाग के लोगों पर होगी. सतबरवा प्रखंड समेत अन्य कई गांवों में लगातार एक माह से विद्युत की समस्या से जूझ रहे लोगों के समाधान को लेकर झारखंड विकास मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष आशीष कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बुधवार को प्रतिनिधिमंडल ने बिजली विभाग के मुख्य प्रबंधक मेदिनीनगर से मिलकर ज्ञापन सौंपा.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 24 घंटे के अंदर सतबरवा में बिजली बहाल नहीं की गयी, तो आम लोगों के हित में झारखंड विकास मोर्चा रांची मेदिनीनगर मुख्य मार्ग को जाम कर देगा, जिसकी सारी जवाबदेही विभाग के लोगों पर होगी.