कॉलेज गेट के निर्माण में अनियमितता का आरोप
पाकुड़ के केकेएम कॉलेज के छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने कॉलेज के मुख्य द्वार निर्माण कार्य में लापरवाही की शिकायत की है। छात्रों ने बताया कि निर्माण गुणवत्ता ठीक नहीं है, पिलर 15 इंच की होने चाहिए जबकि जरूरी पैमाने पर निर्माण नहीं हो रहा है। एक ओर पुराने पिलर पर नया पिलर बनाया जा रहा है जो उचित नहीं है, जबकि दूसरी ओर पिलर के लिए खोदा गया गड्ढा भी कम है। छात्रों ने यह मामला प्राचार्य को बताया और सुधार न होने पर काम रोकने की चेतावनी दी। प्राचार्य डॉ. युगल कुमार झा ने कहा कि निर्माण कार्य विश्वविद्यालय के निर्देश पर हो रहा है और यदि कोई त्रुटि होगी तो सुधार कराकर कार्य पूरा किया जाएगा।
प्रतिनिधि, पाकुड़ केकेएम कॉलेज के छात्रावास में रह रहे छात्रों ने कॉलेज के मुख्य द्वार के निर्माण कार्य में लापरवाही का आरोप लगाया है. छात्रों ने बताया कि कॉलेज में मुख्य द्वार के ठीक कुछ ही दूरी पर एक दूसरा द्वार बनाया जा रहा है. उनका कहना था कि, कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं किया जा रहा है. 15 इंच की पिलर होनी चाहिए, जो नहीं है. एक साइड में पुराने पिलर पर ही नये पिलर का निर्माण किया जा रहा है, जो कि उचित नहीं है. वहीं दूसरे साइड में पिलर के लिए खोदा गया गड्ढा भी कम है. छात्रों का मानना है कि यह मुख्य द्वार कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकता है. उन्होंने इस मामले की जानकारी कॉलेज के प्राचार्य को दे दी है और कहा है कि यदि कार्य में सुधार नहीं होता है तो कार्य को बंद करवा दिया जायेगा. वहीं, इस मामले को लेकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. युगल कुमार झा ने बताया कि कॉलेज कैंपस में पूर्व में बनाए गए गेट में बड़े वाहनों के प्रवेश में परेशानी होती है, इसलिए विश्वविद्यालय के निर्देश पर मुख्य द्वार का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की त्रुटि हो रही है तो इसे गंभीरता से लिया जायेगा और हो रही त्रुटि में सुधार कर ही निर्माण कार्य किया जायेगा.
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