पेसा कानून लागू होने से ग्रामसभा को मिला पूर्ण अधिकार : पड़हा राजा प्रभुदयाल उरांव
पेसा कानून लागू होने से ग्रामसभा को मिला पूर्ण अधिकार : पड़हा राजा प्रभुदयाल उरांव
बालूमाथ़ प्रखंड मुख्यालय में दिवाकर नगर स्थित पड़हा भवन परिसर में गुरुवार को बालूमाथ, बारियातू व हेरहंज प्रखंड के ग्राम प्रधानों की संयुक्त बैठक हुई. इसमें मुख्य रूप से जिला पड़हा राजा प्रभुदयाल उरांव भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि पेसा कानून 1996 में केंद्र सरकार ने लागू किया था. उसे आज 29 साल बाद झारखंड कैबिनेट में पास कर दिया गया है. अब जाकर ग्रामसभा को पूर्ण अधिकार मिला है. पेसा कानून स्वशासन व्यवस्था के तहत ग्राम स्तर पर मजबूती प्रदान के लिए प्राप्त है. अब ग्रामसभा जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए पेसा कानून के तहत खुद निर्णय ले सकती है. झारखंड सरकार के इस निर्णय पर लोगों ने सरकार का आभार जताया. इसके लिये आभार यात्रा निकालने पर सहमति बनी. उक्त तीनों प्रखंड के ग्राम प्रधानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि बुधवार 31 दिसंबर को बालूमाथ में आभार सह धन्यवाद यात्रा निकाली जायेगी. आभार यात्रा दिवाकर नगर से होते आदिवासी पड़हा भवन होते सरहुल पूजा स्थल तक निकाली जायेगी. अपने वेशभूषा, पारंपरिक स्वशासन व ढोला नगाड़े के साथ सरहुल पूजा स्थल तक जायेगी. मौके पर सरना समिति के प्रखंड अध्यक्ष ईश्वरी उरांव, प्रखंड सचिव शंकर उरांव, ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष बाबूलाल गंझू, सचिव मनोज कुमार यादव, कोषाध्यक्ष दयाल यादव, अरविंद गंझू, बनारस उरांव, नागदेव उरांव, दिगंबर टाना भगत, संजय भगत, बाबूलाल भगत, संतोष गंझू पंकज लोहरा, रामलाल भगत मुख्य रूप से मौजूद रहे.
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