Netarhat Tourism Scam : नेतरहाट में पर्यटन विभाग के होटल में कमरा बुक करने के नाम पर 98903 रूपये सरकारी राशि का गबन, ऐसा हुआ मामले का खुलासा

जांच रिपोर्ट में कहा गया कि पावती रसीद (एमआर) संख्या 035878 दिनांक 02.11.2020 के कार्यालय प्रति में ओवर राइटिंग की गयी है. शिकायतकर्ता के द्वारा 44,800 रुपये की पावती रसीद की मूल प्रति की फोटो उपलब्ध करायी गयी थी. जबकि जांच टीम को बिल संख्या 36846 उपलब्ध कराया गया है, जो 30,464 रुपये का है. जांच रिपोर्ट में इसे 14,336 रुपये का गबन बताया गया है. इसी प्रकार जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि एक शिकायतकर्ता ने 21.11.2020 को होटल में कमरा नंबर 201,202,209, 103,105,107 लिया था. इसके एवज में 20 हजार अग्रिम स्वाइप मशीन द्वारा एवं 8787 रुपये का नगद भुगतान किया गया था.

By Prabhat Khabar | March 1, 2021 9:00 AM

jharkhand news, latehar news, लातेहार : नेतरहाट स्थित होटल प्रभात विहार के वरीय प्रबंधक द्वारा 98903 रुपये की सरकारी राशि के गबन का मामला प्रकाश में आया है. 26 नवंबर को जेटीडीसी की टीम ने जब होटल विहार का निरीक्षण किया तब घोटाले का खुलासा हुआ. टीम में अध्यक्ष के रूप में प्रबंधक बसंतु व सदस्य वरीय लेखापाल अशोक कुमार सिंह व लिपिक ललन गोंड शामिल थे. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में होटल के वरीय प्रबंधक अरुण कुमार राय व अन्य काउंटर क्लर्कों की सांठगांठ से 98903 रुपये की सरकारी राशि की हेरफेर करने की बात कही है.

जांच रिपोर्ट में कहा गया कि पावती रसीद (एमआर) संख्या 035878 दिनांक 02.11.2020 के कार्यालय प्रति में ओवर राइटिंग की गयी है. शिकायतकर्ता के द्वारा 44,800 रुपये की पावती रसीद की मूल प्रति की फोटो उपलब्ध करायी गयी थी. जबकि जांच टीम को बिल संख्या 36846 उपलब्ध कराया गया है, जो 30,464 रुपये का है. जांच रिपोर्ट में इसे 14,336 रुपये का गबन बताया गया है. इसी प्रकार जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि एक शिकायतकर्ता ने 21.11.2020 को होटल में कमरा नंबर 201,202,209, 103,105,107 लिया था. इसके एवज में 20 हजार अग्रिम स्वाइप मशीन द्वारा एवं 8787 रुपये का नगद भुगतान किया गया था.

लेकिन इसकी कोई प्रविष्टि होटल के रजिस्टर में नहीं पायी गयी. वहीं 21.11.2020 को होटल के ओल्ड ब्लाॅक में कमरा नंबर 203 व 204 के लिए नगद 4928 रुपये का भुगतान किया गया था. लेकिन इसकी भी रजिस्टर में प्रविष्टि नहीं है और ना ही कोई एमआर या बिल निर्गत किया गया है. जांच रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 21.11.2020 को एक अतिथि से 8400 रुपये तथा एक अन्य अतिथि से 3920 रुपये स्वाइप मशीन से प्राप्त किया गया, लेकिन इसकी भी पावती रसीद जारी नहीं की गयी.

24 नवंबर को एक अतिथि ने चार डीलक्स कमरों का किराया 28,900 रुपये का भुगतान किया था, इसकी पावती रसीद जारी नहीं की गयी. जबकि दूरभाष पर उक्त अतिथि ने भुगतान करने की बात स्वीकार की है. जांच में बिल संख्या 572 व ओआरएस नंबर 325 में विसंगतियां पायी गयी. बताया गया कि रूम नंबर 103 व 105 का 9632 रुपया चार्ज नहीं किया गया.

नेतरहाट में होटल प्रबंधन द्वारा बैंक में राशि नहीं जमा कराने की जानकारी मिली थी. लेकिन मामला पकड़े जाने के बाद मैनेजर ने राशि जमा करा दी है. फिर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उसका ट्रांसफर किया जा रहा है.

-ए डोड्डे,निदेशक,जेटीडीसी

Posted By : Sameer Oraon

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