मुठभेड़ में जेजेएमपी के तीन उग्रवादी ढेर
लातेहार : लातेहार और लोहरदगा के बीच स्थित सैयदा टोली गांव में गुरुवार को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के तीन उग्रवादियों को जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया. सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम की कार्रवाई में मारे गये उग्रवादियों की पहचान नहीं हाे सकी है. मृत उग्रवादियों के पास से […]
लातेहार : लातेहार और लोहरदगा के बीच स्थित सैयदा टोली गांव में गुरुवार को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के तीन उग्रवादियों को जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया. सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम की कार्रवाई में मारे गये उग्रवादियों की पहचान नहीं हाे सकी है.
मृत उग्रवादियों के पास से दो एके-47, पिट्ठू, नक्सली साहित्य व अन्य सामान बरामद किये गये हैं. पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा और एसआइबी के डीआइजी साकेत कुमार सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस और सीआरपीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सैयदा टोली गांव में जेजेएमपी के कुछ उग्रवादी बैठक कर रहे हैं.
इस सूचना पर संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया. जंगल में जवानों की माैजूदगी का अहसास होते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की, इसमें तीन उग्रवादी मारे गये.
मुठभेड़ में सीआरपीएफ 158 बटालियन के अल्फा और गोल्फ कंपनी शामिल थी. इसका नेतृत्व सहायक कमांडेंट राजमकल वर्धन और इंस्पेक्टर नागेंद्र प्रसाद कर रहे थे. छह माह में 22 नक्सलियों और उग्रवादियों को मार गिराया गया है
आइजी ऑपरेशन के मुताबिक, मारे गये उग्रवादियों के पास से बरामद हथियार को देखने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हार्डकोर उग्रवादी पप्पू लोहरा के कमांडर रैंक के सदस्य मुठभेड़ में शामिल होंगे. सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है. आइजी ने कहा कि बीते छह माह में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने 22 नक्सलियों व उग्रवादियों को मार गिराया है.
झारखंड सरकार और झारखंड पुलिस कटिबद्ध है कि जल्द से जल्द प्रदेश को उग्रवाद मुक्त कर दें. पारसनाथ, झुमरा, लोंगो और बूढ़ा पहाड़, बलरामपुर, लातेहार, पलामू, चतरा, जमुई और गिरिडीह में नक्सली गतिविधि ज्यादा है. इन जगहों पर झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ लगातार सर्च आॅपरेशन जारी रखे हुए है.