कुष्ठ रोग संक्रामित बीमारी, ग्रामीणों में जागरूकता जरूरी
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एएनएम के लिए प्रथम बैच का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ.
कोडरमा बाजार. राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एएनएम के लिए प्रथम बैच का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ. इसका उदघाटन जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रमण कुमार ने किया. समारोह में डॉ रमण ने कहा कि कुष्ठ रोग एक संक्रामक बीमारी है. इस बीमारी से बचने के लिए समाज में जागरूकता जरूरी है. कुष्ठ रोग का संक्रमण खांसने या छींकने से फैलता है. ऐसे में एएनएम अपने क्षेत्र में इलाजरत कुष्ठ रोगियों के संपर्क में आये व्यक्तियों की पहचान कर उन व्यक्तियों की जांच करें. उन्हें सिंगल डोज एसडीआर की दवा दें, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. राज्य स्तरीय प्रशिक्षक काशीनाथ चक्रवर्ती ने कुष्ठ रोग के शुरुआती लक्षणों और चिह्नों की जानकारी देते हुए कहा कि रोग के बारे में फैले हुए भ्रांतियों को दूर करें. ग्रामीणों को इसके प्रति जागरूक करें. फिजियोथेरेपिस्ट राजीव रंजन ने बताया कि एएनएम का प्रशिक्षण 13 से 15 तीन दिवसीय प्रशिक्षण चलेगा. इसके पश्चात 16 और 17 अक्टूबर को सीएचसी का प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा. मौके पर डॉ मनोज कुमार, श्यामकांत, अजीत कुमार, कुणाल कुमार, अरुण सिंह आदि मौजूद थे.
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