ग्रिजली कॉलेज बना राज्य का पहला ऑटोनॉमस बीएड कॉलेज
ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से स्वायत्त दर्जा प्रदान किया गया.
कोडरमा. ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से स्वायत्त दर्जा प्रदान किया गया. इसकी अधिसूचना विभावि द्वारा जारी कर दी गयी है. इसके साथ ही यह राज्य का पहला स्टैंडअलोन बीएड कॉलेज एवं विवि का पहला स्वायत्त महाविद्यालय बना. स्वायत्त मिलने के पश्चात नये पाठ्यक्रम तैयार हो सकेंगे. इसके साथ ही अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास के क्षेत्र में नये अवसर खुलेंगे. महाविद्यालय प्रबंधन ने उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी के मार्गदर्शन का प्रतिफल बताया. वहीं प्राचार्या डॉ मृदुला भगत का निर्देशन एवं सभी सहायक प्राध्यापकों की कड़ी मेहनत का फल बताया. कार्यक्रम के उपरांत डॉ मृदुला भगत, डॉ गौतम, मनीष कुमार सिंह, सौरभ शर्मा, मनीष कुमार सिन्हा, नीरज कुमार द्वारा शिक्षा शास्त्र के विभिन्न विषयों पर प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन किया गया. महाविद्यालय के चेयरमैन मनीष कपसीमे एवं सचिव अविनाश कुमार सेठ ने कहा कि महाविद्यालय को स्वायत्त का दर्जा प्राप्त होना पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है. उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी ने कहा कि स्वायत्त दर्जा प्राप्ति होना महाविद्यालय का शैक्षणिक नवाचार के प्रति समर्पण एवं उत्कृष्ट प्रयासों का परिणाम है. प्राचार्या डॉ मृदुला भगत ने भी खुशी जतायी. मौके पर निदेशिका शुभा कपसिमे, सुनीता सेठ, मुख्य परिचालन अधिकारी तनिष्क सेठ, मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश गुप्ता, प्राचार्या अंजना कुमारी, ग्रिजली पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या नीरजा सहायक प्राध्यापक डॉ मनीष कुमार पासवान, डॉ पूजा कुमारी, डॉ गौतम, डॉ पवन कुमार, डॉ पंकज कुमार पांडेय, डॉ रविकांत तिवारी, सौरभ शर्मा, बीरेंद्र यादव, स्वर्ण सिंह, मनीष कुमार सिंह, खुशबू कुमारी सिन्हा, मनीष कुमार सिन्हा, संजीत कुमार, अनिल दास, सीताराम यादव, चुन्नु कुमार सूचित कुमार, दीपक कुमार पांडेय, आलम मुख्तार, सुधीर साव, विवेक कुमार, ओंकार कुमार आदि मौजूद थे.
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