बढ़ता जा रहा है मजदूर वर्ग का शोषण और दमन
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) ने मनाया झंडा दिवस
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) ने मनाया झंडा दिवस कोडरमा. सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) का 18वां राष्ट्रीय सम्मेलन 31 दिसंबर 2025 से चार जनवरी 2026 तक आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में होने जा रहा है. इसके उपलक्ष्य में केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर सोमवार को शहर में झंडा दिवस मनाया गया. सीटू जिला कमेटी द्वारा ब्लॉक परिसर स्थित साहू धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सचिव संजय पासवान ने झंडा फहराया. इस दौरान दुनिया के मजदूरों एक हो, राष्ट्रीय सम्मेलन सफल हो, लेबर कोड वापस लो आदि नारे लगाये गये. झंडोत्तोलन के दौरान लोगों ने संगठन के सिद्धांतों एवं संघर्ष की परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता सीटू के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने की. संचालन जिला सचिव रमेश प्रजापति ने किया. झंडा दिवस के उद्देश्य और उसकी पृष्ठभूमि पर सीटू नेता संजय पासवान ने कहा कि मजदूर वर्ग के अधिकारों की रक्षा में संगठन की भूमिका महत्वपूर्ण है. दुख की बात यह है कि मजदूर वर्ग आज नारकीय परिस्थितियों में जीने के लिए मजबूर है. मजदूर वर्ग का शोषण और दमन बढ़ता जा रहा है. सरकार ने 29 श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताएं लागू कर दी है, जो मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश है. इसी पृष्ठभूमि में सीटू का 18वां राष्ट्रीय सम्मेलन विशाखापट्टनम में होने जा रहा है, जहां पूरे देश से चुने हुए 1300 प्रतिनिधि शामिल होंगे. कार्यक्रम में आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी, बीएसएसआर यूनियन के अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता, सचिव दिलीप कुमार सिन्हा, निर्माण कामगार यूनियन के शंभु पासवान, रवींद्र भारती, बालेश्वर राम, बसंती देवी, उषा देवी, तालेवर दास व अन्य मौजूद थे.
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