झारखंड को 600 मेगावाट बिजली देगा कोडरमा थर्मल पावर

।। प्रतिनिधि ।। जयनगर (कोडरमा) : डीवीसी के द्वारा संचालित कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन (केटीपीएस) से झारखंड को अब 600 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार व डीवीसी के बीच पावर परचेज एग्रीमेंट हो गया है.उक्त जानकारी सोमवार को डीवीसी के चेयरमैन गुरदीप सिंह ने यहां दी. बांझेडीह स्थित कोडरमा थर्मल पावर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2018 8:46 PM

।। प्रतिनिधि ।।

जयनगर (कोडरमा) : डीवीसी के द्वारा संचालित कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन (केटीपीएस) से झारखंड को अब 600 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार व डीवीसी के बीच पावर परचेज एग्रीमेंट हो गया है.उक्त जानकारी सोमवार को डीवीसी के चेयरमैन गुरदीप सिंह ने यहां दी. बांझेडीह स्थित कोडरमा थर्मल पावर प्लांट का दौरा करने पहुंचे चेयरमैन ने कहा कि कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के बेहतर संचालन के लिए केटीपीएस की पूरी टीम बधाई का पात्र है.

फिलहाल, यहां बिजली उत्पादन की स्थिति बेहतर है. इससे पहले चेयरमैन ने अस्पताल भवन का उद्घाटन किया तथा प्लांट परिसर में पौधारोपण भी किया. वहीं पदाधिकारियों के साथ प्लांट के सभागार में बैठक कर उन्हें कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने प्लांट का निरीक्षण भी किया.मौके पर उन्होंने कहा कि 600 मेगावाट बिजली झारखंड सरकार को दी जाएगी. आने वाले समय में केटीपीएस विद्युत उत्पादन में एक नंबर पर होगा.

उन्होंने कहा कि प्लांट से विस्थापित, प्रभावित गांव व ग्रामीणों के विकास में डीवीसी अपनी सहभागिता निभायेगी. उन्होंने कहा कि गांव में ऐसी योजना चलाएं जिसका लाभ ग्रामीणों को हो. प्लांट के विकास में सबकी सहभागिता है तो प्रबंधन भी सबके विकास में अपनी सहभागिता निभायेगी.प्लांट पहुंचे चेयरमैन श्री सिंह का डीवीसी के मुख्य अभियंता सह परियोजना प्रधान एमसी मिश्रा ने भव्य स्वागत किया. श्री सिंह ने प्लांट के कुशल संचालन के लिए श्री मिश्रा की सराहना की.

मौके पर मेंबर सेक्रेट्री पीके मुखोपाध्याय, मेंबर टेक्निकल आरपी त्रिपाठी, मेंबर फाईनांस एस हलधर, डायरेक्टर ऑपरेशन पुलक दत्ता, एसक्यूटिव डायरेक्टर डी घोष सहित कई अधिकारी, पदाधिकारी मौजूद थे.ज्ञात हो कि डीवीसी के केटीपीएस यूनिट से उत्पादित 1000 मेगावाट बिजली सीधे पावर ग्रिड के माध्यम से आपूर्ति की जाती थी. अब 600 मेगावाट बिजली सीधे झारखंड ग्रिड को देने से झारखंड में बिजली की समस्या कम होगी.

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