Jharkhand: साइबर अपराधियों ने ठगी का बदला अंदाज, अब केबीसी लॉटरी के नाम पर लोगों को लगा रहे चूना

साइबर अपराधियों ने आमजन की गाढ़ी कमाई को लूटने का तरीका अब बदल लिया है. अब तक साइबर अपराधी एमटीएम लॉक होने, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लोगों से जानकारी ले पैसे की निकासी कर लेते थे. अब इन अपराधियों ने अपने काम के तरीके को बदलते हुए केबीसी लॉटरी के नाम पर लोगों को लूट रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2022 6:06 PM

Jharkhand News: साइबर अपराधियों ने आमजन की गाढ़ी कमाई को लूटने का तरीका अब बदल लिया है. अब तक साइबर अपराधी एमटीएम लॉक होने, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लोगों से जानकारी ले पैसे की निकासी कर लेते थे. अब इन अपराधियों ने अपने काम के तरीके को बदलते हुए केबीसी लॉटरी के नाम पर लोगों को लूट रहे हैं. लोगों का व्हॉटसएप ग्रुप में जोड़ते हैं और झांसे में लाते हैं.

केबीसी की लॉटरी की करे बात तो हो जाएं सावधान

साइबर अपराधियों ने लोगों के लूटने के तरीके को अब केबीसी लॉटरी के रूप में बदला है. केबीसी में 25 लाख की लॉटरी निकलने की बात कह बैंक अकाउंट संबंधी जानकारी मांगते हैं. ऐसा नहीं है कि वे केवल मैसेज भेजते हैं, बल्कि आपकी कितनी लॉटरी निकली है. लॉटरी के पैसे आपको कैसे मिल सकते हैं. कैसे संपर्क करना होगा. इस तरह की तमाम बातों की एक वीडियो बना कर भेजते हैं. लगभग दो मिनट के इस वीडियो में इस तरह की जानकारी देते हैं कि लोग झांसे में आ जाते हैं. इससे अपनी गाढ़ी कमाई गवां बैठते हैं. अपराधियों की ओर से भेजे गए केबीसी मैसेज में किसी में पीएम तो किसी में अतिमाभ बच्चन की तस्वीर लगी होती है.

साइबर फ्रॉड के हैं कई और भी तरीके

साइबर अपराधियों ने अपने तरीके में बदलाव कर लिया है, पर अब भी कई अन्य तरीके से घटना को अंजाम दे रहे हैं. रांची शहर के कई इलाकों में एटीएम कार्ड बदल कर अपराध को अंजाम दे रहे हैं. वहीं बिजली बिल भुगतान, टॉल फ्री नंबर की जानकारी देने आदि माध्यम से भी लोगों के अकाउंट से पैसे निकाल ले रहे हैं. इतना ही नहीं आईआरसीटीसी के माध्यम से ट्रेन टिकट बुकिंग करने के नाम पर भी पैसे की निकासी कर ली जा रही है. बीते दिनों राज्य में बैंकों की सुरक्षा को लेकर सीआइडी मुख्यालय में एडीजी सीआइडी प्रशांत सिंह की अध्यक्षता में स्टेट लेबर बैंकर्स कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में एटीएम की सुरक्षा पर जोर दिया गया.

आरबीआई ने भी दे रखा गाइडलाइन

आरबीआई गाइडलाइंस के अनुसार, तीन दिनों के अंदर अनधिकृत लेनदेन की जानकारी ग्राहक द्वारा बैंक को देने पर पूरे पैसे वापस मिल जाते हैं. वहीं, घटना के 4 से 7 दिनों के बाद शिकायत करने पर ग्राहक को 25,000 रुपये तक का नुकसान झेलना पड़ सकता है. यह भी जान लेना जरूरी है कि तय सीमा के बाद शिकायत करने पर पैसा वापस नहीं मिलता है. समय से शिकायत करने पर बैंक 10 दिनों के अंदर पैसा वापस कराता है.

प्रभात खबर अपील

बिजली बिल जमा कराने या किसी भी तरह के रिफंड या अन्य सुविधाएं देने के नान पर मोबाइल पर कोई भी फोन आये तो सावधानी बरतें. बिजली कंपनियों ने पूर्व में चेताया भी है कि बिजली काटने से संबंधित किसी मैसेज पर रिप्लाई न करें. प्रभात खबर भी आप पाठकों से अपील करता है कि आप ऐसे किसी मैसेज को सच न मानें. पूरी जानकारी लेने के बाद ही कोई ट्रांजेक्शन करें. इससे साइबर फ्रॉड से बच सकेंगे.

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