Jamshedpur News : टाटानगर स्टेशन कोरस कमांडो के हवाले

Jamshedpur News : दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात हुई भगदड़ की घटना के बाद रेलवे ने सबक लेते हुए देशभर के सभी स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 17, 2025 12:19 AM

13 स्टेशनों की चक्रधरपुर वार रूम से डीआरएम कर रहे हैं मॉनिटरिंग

दिल्ली की घटना से रेलवे ने लिया सबक, स्टेशन की सुरक्षा कड़ी, टिकट वाले को ही प्लेटफॉर्म में इंट्री

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दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात हुई भगदड़ की घटना के बाद रेलवे ने सबक लेते हुए देशभर के सभी स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. टाटानगर रेलवे स्टेशन पर कोरस कमांडो (रेलवे सुरक्षा के लिए कमांडो) ने रविवार को मोर्चा संभाल लिया. इसके अलावे रविवार होने के बाद भी प्लेटफॉर्म पर रेल विभाग का पूरा अमला दिखायी दे रहा था. चक्रधरपुर के अधीन आनेवाले टाटानगर समेत सभी 13 स्टेशनों के सीसीटीवी की वार रूम में बैठकर डीआरएम तरुण हुरिया मॉनिटरिंग कर रहे थे. टाटानगर स्टेशन प्रबंधन ने फुटओवर ब्रिज को बंद कर दिया था. सभी यात्रियों की इंट्री मेन गेट से ही करायी जा रही थी. प्लेटफॉर्म पर वैद्य टिकट वालों और जिनके ट्रेन के आने का समय हो चुका था, उन्हें ही दिया जा रहा था. जिनकी ट्रेन आने में अभी देर थी, उन्हें स्टेशन के प्लेटफॉर्म में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था. लगातार अनाउंसमेंट के माध्यम से यात्रियों को सूचनाएं दी जा रही थी. कतार के माध्यम से ही यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा था.

जम्मूतवी एक्सप्रेस व नीलांचल एक्सप्रेस के समय सुरक्षा कड़ी

दिल्ली स्टेशन की घटना के बाद टाटानगर स्टेशन पर सुरक्षा के चाक-चौंबद प्रबंध देखने को मिले. टाटानगर से प्रयागराज-कानपुर के रास्ते दिल्ली जानेवाली जम्मूतवी व नीलांचल एक्सप्रेस के समय स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सिर्फ वैसे ही यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा था, जिनके पास टिकट था. चक्रधरपुर के रेल मंडल प्रबंधक तरुण हुरिया के निर्देश पर रेलवे के सभी अधिकारी प्लेटफॉर्म पर तैनात कर दिये गये थे. रेल डीआरएम खुद सभी स्टेशनों पर लगे कैमरों से नजर रख रहे थे.

कोरस कमांडों, आरपीएफ, जीआरपी ने संभाला मोर्चा

दिल्ली स्टेशन की घटना बाद यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टाटानगर स्टेशन पर कोरस कमांडो के अलावा आरपीएफ, जीआरपी के ऑफिसर व रेलवे कॉमर्शियल स्टाफ की तैनाती रेलवे के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर की गयी. टाटानगर स्टेशन पर कोरस कमांडो के 15 जवान, आरपीएफ के 30 जवान व जीआरपी के 10 जवान, 25 ट्रेन टिकट परीक्षक व डेढ़ दर्जन से अधिक कॉमर्शियल स्टाफ को पोर्टिको से लेकर प्लेटफॉर्म की बोगियों तक तैनात किया गया था. मेन गेट पर पांच टीटीई प्रवेश पानेवाले यात्रियों के टिकट की जांच करने के बाद उन्हें अंदर आने दे रहे थे.

स्टेशन का एफओबी बंद, मेन गेट से ही इंट्री

टाटानगर आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन, टाटानगर जीआरपी प्रभारी राम प्यारे राम दुलारे, रेलवे के कॉमर्शियल विभाग के एसके झा, डिप्टी कॉमर्शियल ऑफिसर सुनील कुमार सिंह, डिप्टी कॉमर्शियल चंदन कुमार सिंह, डिप्टी कॉमर्शियल पिंकी महतो, सीटीआइ एसएन शिवा, सीएचआइ महाराज महतो को विशेष निगरानी के लिए तैनात किया गया था. आरक्षण केंद्र के पास (जीआरपी थाना) वाले फुटओवर ब्रिज को बंद कर दिये जाने के कारण मेन गेट से ही कतार के माध्यम से यात्रियों को प्रवेश कराया जा रहा था.

क्या है कोरस कमांडो

यह रेलवे सुरक्षा बल के लिए अलग से एक कमांडो यूनिट है. इसका गठन रेलवे सुरक्षा बल तथा रेलवे सुरक्षा विशेष बल से किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इन्हें ट्रेंड किया गया है. कोरस का गठन रेलवे क्षेत्र के आसपास किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना और रेलवे की संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए किया गया है. यह बल भारतीय रेलवे तथा यात्रियों को पुख्ता सुरक्षा प्रदान करेगा. यानी भारतीय रेल को नक्सली, आतंकी हमले और होस्टेस जैसी स्थिति से निपटने में मदद करेगा. कोरस कमांडो की टीम पूरी तरह से आधुनिक हथियारों से लैस दिखी. आरपीएफ की आर्म्ड बटालियन आरपीएसएफ यानी रेलवे प्रोटेक्शन सिक्योरिटी फोर्सेस से कोरस कमांडो पूरी तरह से अलग है.

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