कोरोना काल में टाटा स्टील में खुशखबरी, दस साल बाद इतने कर्मचारी पुत्रों की होगी बहाली

जमशेदपुर : कोरोना काल में टाटा स्टील में खुशखबरी है. टाटा वर्कर्स यूनियन ने टाटा स्टील के पूर्व और वर्तमान रजिस्टर्ड कर्मचारी पुत्रों को बड़ा तोहफा दिया है. दस वर्ष बाद 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली की जायेगी. प्रबंधन और यूनियन के बीच बुधवार को इस पर समझौता हुआ. इसके तहत तीन वर्षों में 500 कर्मचारी पुत्रों को बहाल किया जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2020 1:24 PM

जमशेदपुर : कोरोना काल में टाटा स्टील में खुशखबरी है. टाटा वर्कर्स यूनियन ने टाटा स्टील के पूर्व और वर्तमान रजिस्टर्ड कर्मचारी पुत्रों को बड़ा तोहफा दिया है. दस वर्ष बाद 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली की जायेगी. प्रबंधन और यूनियन के बीच बुधवार को इस पर समझौता हुआ. इसके तहत तीन वर्षों में 500 कर्मचारी पुत्रों को बहाल किया जायेगा.

प्रबंधन द्वारा यूनियन से किए गए वादा को निभाते हुए ग्रेड रिवीजन समझौते के तहत तीन वर्षों में 500 निबंधित कर्मचारी पुत्रों की बहाली की जायेगी. चयन के लिए एक ही परीक्षा होगी. मेधा के आधार पर सूची तैयार की जायेगी और रिजल्ट जारी किया जायेगा. वर्ष 2021 में इस सूची से प्रथम वरीयता के 175, वर्ष 2022 में 175 और वर्ष 2023 में शेष 150 चयनित इंप्लाई वार्ड को प्रशिक्षण के लिए भेजा जायेगा.

ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि फरवरी 2021 में बहाली के लिए विज्ञापन निकाला जा सकता है. इसकी जानकारी समझौते के बाद यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने प्रेस वार्ता में दी. इस दौरान महासचिव सतीश सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय, उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम, भगवान सिंह समेत अन्य उपस्थित थे.

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टाटा स्टील में इसके पहले 8 मार्च 2011 को कर्मचारी के नियोजन पर समझौता हुआ था. तब यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय थे. तब एनएस ग्रेड में 682, सिक्योरिटी में 347 और करीब 100 मैट्रिक पास पारा मेडिकल स्टाफ की बहाली हुई थी. बहाली को लेकर कई बार आंदोलन किया गया, लेकिन यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष को इसमें सफलता हासिल हुई है.

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प्रबंधन एवं यूनियन के बीच इन मांगों पर समझौता हुआ है. पूर्व या वर्तमान कर्मचारी के वार्ड जिनका रजिस्ट्रेशन हुआ है, कर्मचारियों की सेवा अवधि कम से कम 25 वर्ष होनी चाहिए. जिन कर्मचारियों ने अपने वार्ड का अबतक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वे विज्ञापन निकलने से पहले रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. वर्तमान में करीब दस हजार रजिस्टर्ड इंप्लाई वार्ड हैं. आवेदन के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 42 वर्ष तक होनी चाहिए. शैक्षिक योग्यता अंग्रेजी के साथ न्यूनतम मैट्रिक या इसके समकक्ष होनी चाहिए. ट्रेनिंग अवधि में सरकारी प्रावधान के तहत न्यूनतम वेज 8778 रुपये छात्रवृत्ति के रूप में प्रतिमाह दिये जायेंगे. सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरा करने पर एनएस ग्रेड में ब्लॉक वन में नियुक्त किया जायेगा.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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