झारखंड के इस यूनिवर्सिटी में शहीदों की बेटियों का फीस माफ,80% अंक लाने पर मिलेगी स्कॉलरशिप

कोल्हान प्रमंडल का महिला यूनिवर्सिटी है जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी. इसमें शहीदों की बेटी की पढ़ाई फ्री में होगी. वहीं, 80 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाली छात्राअों को स्कॉलरशिप भी देगी. वीसी डॉ अंजिला गुप्ता ने कहा कि इसे जल्द ही लागू कर दी जाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2022 5:39 AM

Jharkhand news: पूर्वी सिंहभूम का जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में शहीदों की बिटिया की नि:शुल्क पढ़ाई होगी. झारखंड पुलिस या फिर सेना के जवान अगर अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए शहीद हो जाते हैं, तो उनकी बेटी को इंटर से लेकर वह जितना भी पढ़ाई करना चाहती है, उसे नि:शुल्क पढ़ाई की सुविधा मिलेगी. ये निर्णय यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने लिया है. इसके साथ ही यूनिवर्सिटी 80 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाली छात्राअों को स्कॉलरशिप भी देगी. अलग-अलग स्लैब में फीस में छूट दी जायेगी. इस संबंध में कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता ने कहा कि इसके लिए अलग से एक नीति निर्धारित की जा रही है. जिसे आने वाले दिनों में लागू कर दी जायेगी.

ग्रामीण छात्राओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनायेगी यूनिवर्सिटी

वीसी डॉ अंजिला गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण छात्राओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना विवि की प्राथमिकता में है. मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट के प्रतिनिधियों से एक चरण की बात हो चुकी है. छात्राओं को स्किल्ड बनाने के लिए रूरल डेवलपमेंट के कोर्स लायी जा रही है. ग्रामीण क्षेत्र में ऊर्जा, खाद, फल-फूल-सब्जी, औषधि आदि की जैविक उत्पादन और प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण कराया जायेगा. इस क्षेत्र में काम कर रही सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है. कॉरर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत टाटा समूह की औद्योगिक कंपनियों के अलावा दूसरी कंपनियों के एक्सपर्ट रिसोर्स पर्सन को विजिटिंग फैकल्टी के रूप में बुला कर छात्राओं को ट्रेंड करने की तैयारी की गयी है. महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय, जनजातीय विकास मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय एवं विभिन्न आयोगों से प्रोजेक्ट्स लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

नर्सिंग कोर्स भी यूनिवर्सिटी में चलेंगे

जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में जमशेदपुर और झारखंड की लोकल नीड को देखते हुए नये विभाग स्थापित की जा रही है. फॉरेस्ट्री साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व रोबोटिक्स, एग्रो टूरिज्म और एग्री मैनेजमेंट की पढ़ाई जल्द ही शुरू की जा रही है. आने वाले दिनों में इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स, फोर ईयर इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स, नर्सिंग कोर्स भी यूनिवर्सिटी में चलेंगे. शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों की भी व्यवस्था की जायेगी. कोशिश यह भी की जा रही है कि विश्वविद्यालय की आधारभूत संरचना बढ़ाते हुए एक ही कैंपस में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी संभव की जाये. नये परिसर में शिफ्टिंग से पहले यहां सुरक्षा और संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. उसके लिए कमेटी बनाकर प्राक्कलन किया गया है.

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इंडस्ट्रीज के साथ होगा MOU

यूनिवर्सिटी वीसी डॉ अंजिला गुप्ता ने बताया कि नयी शिक्षा नीति एजुकेशन और इंप्लायमेंट के अंतराल को मिटाती है. मल्टीपल एंट्री और एक्जिट का विकल्प डिग्री मिलने और रोजगार पाने के संबंध में इन्क्रीमेंटल ग्रोथ की जगह क्वांटम जंप की संभावना पैदा करता है. कहा कि नयी शिक्षा नीति में वोकेशनलाइजेशन, स्किल डेवलपमेंट और एंप्लॉयमेंट पर फोकस है.

वीमेंस यूनिवर्सिटी में संविदा पर होगी शिक्षकों की बहाली

जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में नयी कोर्स शुरू होगी. हालांकि इसके लिए एक बड़ी चुनौती शिक्षक और शिक्षार्थी के अनुपात को मानक के अनुसार सुनिश्चित करना है. कुलपति ने कहा – झारखंड में विश्वविद्यालय को स्थायी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों की नियुक्ति का अधिकार नहीं है. यह एक बड़ी बाधा है. फिर भी छात्राओं की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई बाधित न हो, उसके लिए जो संभव प्रयास हो सकता है उसे किया जा रहा है. सभी खाली पोस्ट को भरने के लिए अधियाचना उच्च शिक्षा विभाग को जल्द ही भेज दी जायेगी. यूजीसी के प्रावधान के आधार पर प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए भी अधियाचना तैयार की जा रही है. इसके अलावा संविदा शिक्षक व यूनिवर्सिटी टॉपर्स को भी नियमानुसार नियुक्ति देने की योजना है.

Posted By: Samir Ranjan.

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