ग्रेड रिवीजन जल्द होगा : टीवी नरेंद्रन

जमशेदपुर: टाटा स्टील के नये एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि ग्रेड रिवीजन जल्द किया जायेगा. यूनियन से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. मंदी का दौर है, जिसमें बेहतर करने का फैसला लिया जायेगा. बेल्डीह क्लब में हुए प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रबंधन कभी भी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2013 10:23 AM

जमशेदपुर: टाटा स्टील के नये एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि ग्रेड रिवीजन जल्द किया जायेगा. यूनियन से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. मंदी का दौर है, जिसमें बेहतर करने का फैसला लिया जायेगा. बेल्डीह क्लब में हुए प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रबंधन कभी भी यूनियन के मसले में हस्तक्षेप करना नहीं चाहता, लेकिन अगर यूनियन में कुछ ऐसा हो जाये, जो अखबारों की हेडलाइन बनने लगे तो कंपनी की छवि खराब होती है. इसके लिए हस्तक्षेप और कार्रवाई जरूरी होती है. कंपनी के साथ यूनियन के संबंध बेहतर रहें, इसका भरपूर प्रयास किया जाता है.

प्रोडक्टिविटी बेहतर करेंगे
एमडी ने कहा कि प्रोडक्टविटी बेहतर करने पर फोकस किया जा रहा है. काफी बदलाव की जरूरत है. इस मसले पर यूनियन से बातचीत की जायेगी, जिसके आधार पर काफी कुछ तय करना है. टाटा स्टील में अब प्रोडक्शन की क्षमता पूरी हो चुकी है. इससे ज्यादा प्रोडक्शन संभव नहीं है. ऐसे में चाहिए कि तकनीकी तौर पर, कैपिटल का बेहतर इस्तेमाल कर और मैनपावर का बेहतर यूटिलाइजेशन कर बेहतर प्रोडक्शन करें, ताकि लागत कम हो सके और कंपनी ऊंचाइयों पर पहुंचे. वर्ल्ड क्लास प्रोडक्टिविटी सिस्टम विकसित करने की योजना है.

जताया आभार
टीवी नरेंद्रन ने पूर्व एमडी हेमंत मधुसूदन नेरुरकर के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनकी गाइडेंस में काफी कुछ सीखने को मिला और कंपनी आगे बढ़ी. एमडी ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर व चेयरमैन ने उन पर विश्वास जताया, जिसके लिए वे उनके आभारी हैं.

बेहतर ग्रोथ चुनौती
एमडी ने कहा कि टाटा स्टील 100 साल पुरानी कंपनी है, लेकिन 2010 से 2020 तक में काफी बदलाव आयेगा. इस बदलाव को सकारात्मक तौर पर देखा जाना चाहिए. सबसे बड़ी चुनौती है कि आर्थिक हालात पर नजर रखते हुए किस तरह कंपनी का विकास किया जाये, क्योंकि देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. ऐसे में बेहतर विकास के लिए बेहतर काम की जरूरत है. जमशेदपुर में प्रोडक्शन बेहतर हो चुका है, लेकिन प्रोडक्टिविटी बढ़ानी होगी. ओड़िशा प्रोजेक्ट की चुनौतियों को पार करते हुए वहां क्षमता के अनुरूप प्रोडक्शन करना ही चुनौती है. मुख्य तौर पर सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देने की जरूरत है.

बेहतर तरीके से काम
स्टील के भविष्य और टाटा स्टील की चुनौतियों पर एमडी ने कहा कि स्टील की कीमत में बढ़ोतरी सभी कंपनियों ने की है. हालात पर नजर रखते हुए कदम उठाये जा रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि टाटा स्टील का जो प्रोडक्शन हो, बाजार में उसकी डिमांड हो और उसका रिटर्न बाजार से आये. वे दावे से कह सकते हैं कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी टाटा स्टील जितना प्रोडक्शन करती है, उसे ग्राहकों को बेचती और उससे पैसे कमाती है. यह उधार में काफी कम काम करती है. इस कारण टाटा स्टील बेहतर तरीके से काम कर रही है.

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