प्रभात खबर की 25वीं वर्षगांठ : प्रभात खबर ने झारखंड की संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया

किसी अखबार का सफलतापूर्वक 25 वर्ष पूरा करना सुखद अनुभव होता है. प्रभात खबर को यह सफर तय करने में बहुत परिश्रम की आवश्यकता नहीं पड़ी.

By Prabhat Khabar | September 2, 2020 6:44 AM

शिवलाल सागर, रंगकर्मी

किसी अखबार का सफलतापूर्वक 25 वर्ष पूरा करना सुखद अनुभव होता है. प्रभात खबर को यह सफर तय करने में बहुत परिश्रम की आवश्यकता नहीं पड़ी. कारण है इस अखबार की गुणवत्ता. प्रभात खबर ने स्थानीय समस्या, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक विषय को जितनी तरजीह दी, शायद ही किसी अखबार ने दिया है.

प्रभात खबर ‘अखबार नहीं आंदोलन’ स्लोगन को सार्थक करते हुए शुरू से निर्भीक व निष्पक्ष रहा. देश की आवाज बनकर चौथे स्तंभ का दायित्व निर्वहन कर रहा है. चाहे किसी की भी सरकार हो प्रभात खबर ने अपने सवालों को गंभीरता के साथ जनता के पक्ष में रखा.

झारखंड की लोकभाषा, लोकसाहित्य, लोककला, लोकगीत, लोकनृत्य, लोककथा, लोकपर्व आदि को जन-जन तक पहुंचाया. झारखंड के जन-जीवन के साथ जन-साधारण को परिचित कराना, झारखंड के बहुमूल्य धरोहरों की ओर जनता एवं सरकार का ध्यान आकर्षित करना, झारखंड के वीर सपूतों की वीर गाथा से लोगों को रूबरू करना कोई सहज व सरल कार्य नहीं है. प्रभात खबर ने इसे अपना सामाजिक दायित्व समझा.

इसके लिए प्रभात खबर की पूरी टीम धन्यवाद की पात्र है. बल्कि हम ऋणी हैं इस प्रतिबद्धता के. इन्हीं सब कारणों से प्रभात खबर लोकप्रिय होता चला गया. प्रभात खबर ने नयी प्रतिभाओं को हमेशा प्रोत्साहित किया है. मैट्रिक और इंटर के सीबीएसइ, आइसीएसइ और जैक बोर्ड के 80 या 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले हर छात्र को प्रत्येक वर्ष प्रमाणपत्र और मेडल देकर सम्मानित किया जाता है. इसके लिए भव्य आयोजन होते हैं.

जमशेदपुर से जितने भी रंगकर्मियों को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय या अन्य बड़े संस्थानों में दाखिला मिला, सभी का साक्षात्कार प्रभात खबर में छपा. जो दूसरे अखबार में देखने को नहीं मिला. खेल की नयी प्रतिभाओं की खबरें भी बराबर छपती हैं. खासकर लाइफ@जमशेदपुर में सिटी की साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों की खबरें रहती हैं. अलग से स्टोरी और फीचर भी पढ़ने को मिलता है.

रविवार को नाटक, फिल्म, चित्रकला से संबंधित नयी-नयी जानकारी और आलेख पाठकों को पढ़ने को मिलता है. साथ ही स्थानीय खबरों की विस्तृत रिपोर्ट रहती है, जो अन्य जगह देखने को कम मिलता है. इसलिए प्रभात खबर जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड का नंबर वन अखबार है. इस अखबार का सीधा जुड़ाव रहा है जमशेदपुर या कहें पूरे कोल्हान क्षेत्र से.

गुरु पूर्णिमा का आयोजन कर सभी विधाओं के गुरुओं को सम्मानित करना, शिक्षा क्षेत्र में कृति प्राप्त छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना बड़ी बात है. अन्य अखबारों में इस तरह की गतिविधि नहीं दिखाई देती है. याद है, जब मुझे प्रभात खबर ने नाट्य गुरु के रूप में वर्ष 2017 में सम्मानित किया था. मैं रंगकर्मी हूं. रंगकर्मी समाज की ओर से प्रभात खबर को साधुवाद. मेरी जो थोड़ी बहुत पहचान बनी है, उसमें प्रभात खबर का अहम योगदान है. मैं व्यक्तिगत रूप से प्रभात खबर का आभारी हूं.

जमशेदपुर के कई कलाकार आज नाटक, टेलीवीजन और फिल्मों में अच्छा कर रहे हैं. ऐसे कलाकारों के सफर का साथी रहा है प्रभात खबर. कलाकार समाज प्रभात खबर को 25वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं देता है व निरंतर इसके प्रगति की कामना करता है.

Post by : Prirtish Sahay

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