पैसेंजर ट्रेनों में नहीं हैं सुरक्षा के इंतजाम

जमशेदपुर: पैसेंजर ट्रेनों में दैनिक मजदूर, कामगार, कर्मचारी, महिला व आम लोग अधिक संख्या में यात्रा करते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए जीआरपी या आरपीएफ की तैनाती नहीं की गयी है. टाटा से खुलने और यहां से होकर चलने वाली 14 पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है. अबतक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2014 8:28 AM

जमशेदपुर: पैसेंजर ट्रेनों में दैनिक मजदूर, कामगार, कर्मचारी, महिला व आम लोग अधिक संख्या में यात्रा करते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए जीआरपी या आरपीएफ की तैनाती नहीं की गयी है.

टाटा से खुलने और यहां से होकर चलने वाली 14 पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है. अबतक टाटा से कुल चार ट्रेनों (एक्सप्रेस व सुपरफास्ट)में ही स्कॉट सुरक्षा का इंतजाम है, जिसमें टाटा से खुलने वाली दो ट्रेनें है, जबकि दो टाटानगर से होकर गुजरती है.

बिलासपुर टाटा पैसेंजर ट्रेनों में डकैती होना चिंताजनक है. घटना दोबारा न हो, इसके लिए प्लानिंग की जायेगी. पैसेंजर ट्रेनों में स्कॉट नहीं होने का अपराधियों ने लाभ उठाया है.- मृत्युंजय किशोर मितु, एसपी, टाटानगर रेल जिला.

Next Article

Exit mobile version