महीनों से सरकारी एंबुलेंस खड़ी, 5.5 किमी शव ले जाने के लिए मांगे जा रहे हैं 2000 रुपये

मृतक के परिजन से एंबुलेंस चालक ने वसूले एक हजार, अधीक्षक ने वापस कराये जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी के सामने शनिवार को एस्टीफन फ्रांसिस रो रहा था. अस्पताल के होमगार्ड जवानों ने पूछा, तो उसने बताया कि उनके साला निमाई बनर्जी का निधन हो गया, जिसके शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 16, 2020 2:10 AM

मृतक के परिजन से एंबुलेंस चालक ने वसूले एक हजार, अधीक्षक ने वापस कराये

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी के सामने शनिवार को एस्टीफन फ्रांसिस रो रहा था. अस्पताल के होमगार्ड जवानों ने पूछा, तो उसने बताया कि उनके साला निमाई बनर्जी का निधन हो गया, जिसके शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के लिए प्राइवेट एंबुलेंस चालक 2,000 रुपये की मांग कर रहे हैं. उसके पास एक हजार रुपये थे, जो कि उसने एंबुलेंस चालक को दे दिये हैं, अब उसके पास एक भी रुपये नहीं है, इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर नहीं जा पा रहे हैं.
मामले की जानकारी मिलने पर अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने प्राइवेट एंबुलेंस चालक मो खालिद को बुलाया और पीड़ित का एक हजार रुपये वापस कराया. साथ ही सोमवार को शव को नि:शुल्क पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने को कहा. मृतक के भांजा गुड्डू फ्रांसिस ने बताया कि शुक्रवार की रात निमाई बनर्जी अपने घर के पास गिरे हुए थे.
उनको इलाज के एमजीएम लेकर आये, जहां डॉक्टरों ने एक्सरे कराने की बात कही, लेकिन उन्हें कुछ समझ नहीं आया, तो वे मरीज को वापस लेकर घर चले गये, फिर सुबह में मरीज को लेकर अस्पताल आये, तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए लेकर जाना था, जिसके लिए प्राइवेट एंबुलेंस चालक ने 2,000 रुपये की मांग की थी. एमजीएम अस्पताल से पोस्टमार्टम हाउस की दूरी साढ़े पांच किलोमीटर है, जिसके लिए दो हजार रुपये की मांग की गयी थी.

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