साकची में बंद के दौरान हंगामा व धक्का-मुक्की, 22 गिरफ्तार

बंद समर्थकों ने साकची बाजार में एक दुकान का सामान उलटा, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी जमशेदपुर : सवर्णाें काे दस प्रतिशत आरक्षण दिये जाने के विराेध समेत 13 अन्य मांगाें काे तुरंत लागू करने को लेकर बामसेफ आैर संविधान बचाआे संघर्ष समिति के मंगलवार को आहूत भारत बंद का जमशेदपुर में कोई असर नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 6, 2019 1:50 AM

बंद समर्थकों ने साकची बाजार में एक दुकान का सामान उलटा, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

जमशेदपुर : सवर्णाें काे दस प्रतिशत आरक्षण दिये जाने के विराेध समेत 13 अन्य मांगाें काे तुरंत लागू करने को लेकर बामसेफ आैर संविधान बचाआे संघर्ष समिति के मंगलवार को आहूत भारत बंद का जमशेदपुर में कोई असर नहीं पड़ा. इस दौरान जमशेदपुर के सभी क्षेत्रों में दुकानें खुली रही. साथ ही व्यापारिक संस्थान, पेट्रोल पंप भी सामान्य दिनों के तरह खुले रहे.
इसके अलावा सड़कों पर आम दिनों की ही तरह वाहन भी चले. वहीं, भालुबासा से लाेगाें का जुलूस युवा महासभा के अध्यक्ष सुरा बिरुली आैर लादू हेंब्रम के नेतृत्व में निकला. सभी हाथों में झंडा लेेकर नारेबाजी करते हुए भालुबासा से साकची बाजार की आेर बढ़ गये.
साकची बाजार में बंद समर्थकाें ने दुकानाें काे जबरन बंद कराने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस की उपस्थिति कम होने के कारण बंद समर्थकाें ने एक दुकान का सामान उलट दिया. जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी राजीव कुमार मौके पर पहुंचे. उन्हाेंने बंद समर्थकाें काे बाजार से बाहर निकाल साकची गाेलचक्कर की आेर ले गये. वहां, जब थाना प्रभारी ने बंद समर्थकों को गिरफ्तारी देने के लिए कहा, तो बंद समर्थक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धक्का-मुक्की करने लगे.
पुलिस ने इस दाैरान हल्का बल प्रयाेग भी किया, जिसमें दो लोगों को लाठियां भी लगी. वहीं, पुलिस से झड़प के बाद 22 बंद समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिसे बाद में पीआर बांड पर छोड़ दिया गया. बंद को लेकर एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों और डीएसपी को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया था. बंद को डॉ अांबेडकर एससी-एसटी वेलफेयर साेसायटी, जेपीपी आैर अन्य आदिवासी-मूलवासी संगठनाें ने अपना समर्थन दिया था.

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