जमशेदपुर : एमजीएम की बदहाली को लेकर मंत्रिपरिषद की होगी बैठक, मंत्री सरयू ने रिपोर्ट बनाने के लिए लिखा पत्र

जमशेदपुर : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिख कर उनका ध्यान एमजीएम कॉलेज व अस्पताल, जमशेदपुर की अोर आकृष्ट कराया है. मंत्री ने लिखा है कि अभी 13 जनवरी को बायो-डायवर्सिटी पार्क रांची में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में मैंने एमजीएम हॉस्पिटल, जमशेदपुर की बदहाली दूर करने के लिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 19, 2019 7:53 AM
जमशेदपुर : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिख कर उनका ध्यान एमजीएम कॉलेज व अस्पताल, जमशेदपुर की अोर आकृष्ट कराया है. मंत्री ने लिखा है कि अभी 13 जनवरी को बायो-डायवर्सिटी पार्क रांची में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में मैंने एमजीएम हॉस्पिटल, जमशेदपुर की बदहाली दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का विषय रखा था.
इसके बाद आपको मंत्रिपरिषद की बैठक में बुलाया गया. निर्णय हुआ कि इस बारे में शीघ्र एक उच्च स्तरीय बैठक बुला कर ठोस निर्णय लिया जाये. इस बैठक में माननीय मुख्यमंत्री, माननीय स्वास्थ्य मंत्री, अधो हस्ताक्षरी (सरयू राय) एवं स्वास्थ्य सचिव सहित अन्य प्रासंगिक अधिकारियों को शामिल होना है.
यह बैठक 21 जनवरी को अपराह्न विधानसभा के सत्र दिवस समाप्त होने के उपरांत अथवा 22 जनवरी को विधानसभा की प्रथम पाली का सत्र समाप्त होने के उपरांत किसी भी समय रखी जाये. इसके पूर्व एमजीएम हॉस्पिटल जमशेदपुर की वर्तमान स्थिति के बारे में एक संक्षिप्त परंतु संभावित विवरण तैयार कर लिया जाये, ताकि बैठक में निर्णय लेने में सहूलियत हो.
एमजीएम का हाल
  • एमजीएम के बदहाली को लेकर 16 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा उठा चुके हैं सवाल
  • एमजीएम से रेडियोलॉजिस्ट को भेज दिया गया है रांची, मरीजों का नहीं होता है सिटी स्कैन, घायलों को किया जाता है रेफर
  • अस्पताल के बर्न यूनिट में 15 जनवरी को एक दिन में ही चार मरीजों की हो गयी थी मौत
  • 24 दिसंबर 2018 को एमजीएम के इमरजेंसी में चूहों ने शव का कुतर दिया था
  • वर्ष 2018 में चार महीने के अंदर 164 बच्चों की हो गयी थी मौत आती-जाती रही जांच टीम, लेकिन व्यवस्था में नहीं हुआ कोई सुधार
  • एनआइसीयू और पीआइसीयू में एक वार्मर में रखे जाते हैंं तीन-तीन बच्चे इंफेक्शन का बना रहता है खतरा
  • एमजीएम के इमरजेंसी में मरीजों को बेड तक नहीं मिलता है, जिसके कारण जमीन पर हाेता है इलाज
  • इमरजेंसी में लाखों खर्च करके मॉड्यूलर ओटी बनने के बाद भी नहीं होता है मेजर ऑपरेशन
एमसीआइ के मापदंड के अनुरूप ऑपरेशन थियेटर का नहीं हुआ निर्माण : एमजीएम में बने आर्थो विभाग के ऑपरेशन थियेटर को एमसीआइ के मापदंड के अनुरूप नहीं बनाया गया है, जिसको लेकर आर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष ने अधीक्षक को पत्र लिखा है. इसमें बताया गया है कि आर्थो विभाग में पुराने ऑपरेशन थियेटर को तोड़कर नये भवन में बनाया गया ऑपरेशन थियेटर अधूरा है.
वहीं नये ऑपरेशन थियेटर के निर्माण के समय पुराने ऑपरेशन थियेटर को तोड़ दिया गया है. इसके कारण पुराने ऑपरेशन थियेटर में सही तरीके से स्टेलाइजेशन नहीं हो पा रहा है, जिससे हमेशा इंफेक्शन का खतरा बना हुआ है.
वहीं इस मेडिकल कॉलेज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई प्रस्तावित है, लेकिन वर्तमान में उपलब्ध पुराना ऑपरेशन थियेटर एमसीआइ के मापदंड के अनुरूप नहीं है. उन्होंने अधीक्षक को लिखे गये पत्र में कहा कि इस संबंध में कई बार पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी गयी, लेकिन अभी तक इस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
इसको लेकर आर्थो विभाग के सभी डॉक्टरों ने सर्वसम्मति ने निर्णय लिया है कि अगर जल्द से जल्द इसको ठीक से नहीं बनाया गया, तो भविष्य में किसी भी प्रकार का मेजर ऑपरेशन नहीं किया जायेगा. वहीं निकट भविष्य में एमसीअाइ का निरीक्षण भी प्रस्तावित है. इसको देखते हुए जल्द से जल्द ऑपरेशन थियेटर बनाने की जरूरत है.

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