सरकार छात्रों को जल्द करे छात्रवृत्ति का भुगतान
आजसू छात्र युवा मोर्चा ने निकाला शिक्षा के लिए भिक्षा जन आक्रोश मार्च
हजारीबाग. आजसू छात्र युवा मोर्चा ने मंगलवार को गांधी मैदान से उपायुक्त कार्यालय तक शिक्षा के लिए भिक्षा जन आक्रोश मार्च निकाला व समाहरणालय गेट के समीप प्रदर्शन किया. इस दौरान आजसू केंद्रीय महासचिव संजय मेहता ने कहा कि झारखंड सरकार छात्रों को जल्द छात्रवृत्ति का भुगतान करे. सरकार इसे गंभीरता को ले. इतनी आवाज उठाये जाने के बाद भी सरकार जाग नहीं रही है. सरकार को छात्रों की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा. जिलाध्यक्ष परमेश्वर महतो ने कहा कि प्रदर्शन में हजारीबाग के विभिन्न कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के हजारों छात्र-छात्राएं शामिल हुए. छात्रवृत्ति के लंबित भुगतान को लेकर कड़ी नाराजगी जतायी. आजसू छात्र संघ लंबे समय से छात्रवृत्ति भुगतान में हो रही देरी के खिलाफ संघर्षरत है. 27 नवंबर को रांची में हुए प्रदर्शन के बाद अब यह आंदोलन प्रत्येक जिलों में विस्तारित किया जा रहा है. छात्र नेता पीयूष चौधरी ने कहा कि झारखंड के लाखों गरीब छात्र कई महीनों से पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति से वंचित हैं, जिसके कारण उनकी शिक्षा गंभीर संकट में है. कल्याण विभाग की लापरवाही के कारण कई छात्र पढ़ाई छोड़ने के कगार पर है. परिवार कर्ज में डूबता जा रहा है. छात्र नेताओं ने बताया कि 11.34 लाख विद्यार्थियों में से अब तक केवल 7.45 लाख को आंशिक भुगतान हुआ है. 3.5 लाख से अधिक ओबीसी छात्र पहली किस्त की प्रतीक्षा में हैं. छात्र संघ के अध्यक्ष ओम वर्मा और कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो ने कहा जब तक हर अंतिम छात्र को उसकी पूर्ण छात्रवृत्ति नहीं मिल जाती, यह आंदोलन नहीं रुकेगा. यह संघर्ष छात्रवृत्ति के साथ-साथ न्याय, अधिकार और जवाबदेही की लड़ाई है. प्रदेश उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव ने कहा कि छात्रवृत्ति दया नहीं, अधिकार है. जिलाध्यक्ष सत्यम सिंह ने कहा कि यह आंदोलन किसी पार्टी का नहीं, बल्कि लाखों विद्यार्थियों की आवाज है. प्रदर्शन के बाद छात्रों के प्रतिनिधि ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. आक्रोश मार्च में विकास सिंह, ओम वर्मा, शुभम राणा, विशु नायक, मोहित यादव, राहुल यादव, ऋतिक यादव, शिव यादव, विजय वर्मा सहित काफी संख्या में विद्यार्थी शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
