झाड़ी में मिली नवजात
लोगों की संवेदनशीलता से बची जान
टाटीझरिया. शनिवार की सुबह धर्मपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र के पीछे झाड़ियों में एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में मिली. कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे तड़पती मासूम को देखकर इलाके के लोग अवाक रह गये. सभी की जुबान पर एक ही सवाल था कि वह कैसी निर्दयी मां होगी, जो नवजात बच्ची को इस तरह फेंक कर चली गयी है. बच्ची की रोने की आवाज से लोगों की आंखों में आंसू आ गये. भीड़ में शामिल धरमपुर निवासी बिरेंद्र हलवाई ने बच्ची को अपनी गोद में उठा लिया. रात भर ठंड में रहने के कारण बच्ची की स्थिति गंभीर थी. बिरेंद्र के घर पर प्राथमिक देखभाल के बाद धरमपुर मुखिया प्रतिनिधि अशोक यादव ने सक्रियता दिखायी. बच्ची को तत्काल इलाज के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका उपचार चल रहा है. जानकारी मिलने के बाद बीडीओ खुशबू मिंज भी अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने नवजात को बाल कल्याण समिति हजारीबाग को सौंप दिया. बिरेंद्र हलवाई ने बच्ची के पालन-पोषण की इच्छा जतायी, जिस पर बीडीओ ने स्पष्ट किया कि सरकारी नियमों के तहत पहले बच्ची समिति के पास जायेगी. बाद में कानूनी प्रक्रिया के बाद उसे किसी को सौंपा जा सकेगा. फिलहाल प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि बच्ची को वहां किसने छोड़ा. इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.
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