चार साहिबजादों का शहीदी दिवस मना, निकली प्रभातफेरी

चार साहिबजादों का शहीदी दिवस मना, निकली प्रभातफेरी

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2025 9:04 PM

गुमला. गुमला में गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह (9 वर्ष) व फतेह सिंह (7 वर्ष) के शहीदी दिवस पर शुक्रवार को प्रभातफेरी निकाली गयी. साथ ही सिमरन व कीर्तन का आयोजन किया गया. पालकोट रोड गुरुद्वारा से प्रभातफेरी का शुभारंभ हुआ. नम आंखों व श्रद्धालु मन से संगत ने “वाहेगुरु… वाहेगुरु…” का सिमरन करते हुए नगर भ्रमण किया. प्रभातफेरी मेन रोड होते हुए जशपुर रोड गुरुद्वारा में संपन्न हुई, जहां सरबत के भले की अरदास की गयी. गुमला की सभी सिख संगत समेत अन्य धर्मावलंबियों समेत अनेक प्रबुद्ध लोगों ने प्रभातफेरी में भाग लिया. गुरुद्वारा में गुरु ग्रंथ साहिब के सहज पाठ की समाप्ति के बाद संगत के लिए नाश्ता लंगर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम गुरु गोविंद सिंह फाउंडेशन की अगुवाई में संपन्न हुई. गुरुद्वारा पालकोट रोड में कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जहां सभी सिख संगत व श्रद्धालुओं द्वारा शबद कीर्तन के साथ गुरु के साहिबजादों की शहीदी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम में विनय कुमार लाल, सविंद्र सिंह, गुरुद्वारा प्रधान महेंद्र सिंह, भाई जरनैल सिंह, हरमीत सिंह, संटी सिंह, गुरविंदर सिंह, गगनदीप सिंह, जसबीर सिंह, दिलदार सिंह, सुरेंद्र सिंह, कमलेश कौर, हेमा कौर, हरजीत कौर, जसवंत कौर आदि मौजूद थे. शहीदी का संक्षिप्त इतिहास : गुरुद्वारा प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि सिख इतिहास के अनुसार सन 1705 ई में सरहिंद के नवाब वजीर खान के आदेश पर साहिबजादों पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया. परंतु उन्होंने देश व धर्म की रक्षा के लिए बलिदान स्वीकार किया. इस अटूट आस्था और साहस के कारण उन्हें दीवार में जीवित चिनवा दिया गया. उनका यह अद्वितीय बलिदान मानवता, धर्म और सत्य के प्रति अडिग संकल्प का प्रतीक है. उन्हीं वीर बाल शहीदों की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 दिसंबर को “वीर बाल दिवस” मनाया जाता है.

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