आदिवासी समाज के मसीहा थे कार्तिक बाबा : देवशरण भगत
आदिवासी समाज के मसीहा थे कार्तिक बाबा : देवशरण भगत
सिसई. अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद सिसई शाखा ने कार्तिक नगर सिसई में बुधवार को स्व कार्तिक उरांव की 101वीं पुण्यतिथि समारोह सह कार्तिक जतरा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत समेत आदिवासी समाज के लोगों ने स्व कार्तिक उरांव की प्रतिमा में श्रद्धासुमन अर्पित कर की. जतरा में विभिन्न गांवों से आये खोड़हा दलों द्वारा आकर्षक आदिवासी गीत व नृत्य प्रस्तुत किया गया. सभी खोड़ाहा दलों को समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया. मौके पर देवशरण भगत ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव सिर्फ राजनेता ही नहीं, बल्कि शिक्षाविद व आदिवासी समाज के मसीहा भी थे. उन्होंने आदिवासी समाज को काफी नजदीक से देखा और समझा. वे अशिक्षा, नशापान व समाज में फैली कुरीतियों को आदिवासियों की दयनीय स्थिति का मुख्य कारण मानते थे. वे समाज को इससे निकाल कर शिक्षा से जोड़ने का काम किये. उन्होंने आदिवासियों को हक व अधिकार दिलाने का काम किया. उनके बताये मार्ग पर चल कर ही समाज का विकास किया जा सकता है. कैप्टन लोहरा उरांव ने कहा हमें बाबा कार्तिक उरांव से प्रेरणा लेते हुए उनके बताये मार्ग पर चलना है. नशापान, अंधविश्वास व सामाजिक कुरीतियों को दूर कर समाज में शिक्षा का अलख जगाना होगा. बाबा कार्तिक उरांव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम को सचिदानंद उरांव, मीणा देवी, रवि उरांव समेत अन्य वक्ताओं ने समाज के लोगों को एकजुट रहने के लिए प्रेरित किया. मौके पर प्रमुख मीणा देवी, मुखिया शकुंतला देवी, एचएम सुशील उरांव, जिप सदस्य विजय लक्ष्मी कुमारी, मुखिया सुनीता कुमारी, जलेश्वर उरांव, सदर सलमान अली, फौदा उरांव, जगदेव उरांव, गंगा उरांव, देवेंद्र उरांव, जीता उरांव, अरविंद कुजूर, कार्तिक मिश्रा, निरंजन सिंह, रहमान अंसारी, चंदर उरांव, गंदूर उरांव, सुखदेव उरांव, रामनिवास उरांव, सुमेश उरांव, रोपना उरांव, महादेव उरांव, महावीर उरांव, सुदामा उरांव आदि उपस्थित थे.
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