बेटे की मौत के बाद मां दाने -दाने को मोहताज

गुमला : बसिया प्रखंड की ओकबा पंचायत के टंगरा गांव निवासी 62 वर्षीया विधवा बसंती देवी दाने-दाने को मोहताज है. पड़ोस के लोग कुछ खाने पीने के लिए दे देते हैं, उसी से वह जीवित है. वृद्ध महिला की लाचारी यह है कि पहले पति सुकरा गोप का निधन हुआ. इसके बाद पंजाब में एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2020 11:44 PM

गुमला : बसिया प्रखंड की ओकबा पंचायत के टंगरा गांव निवासी 62 वर्षीया विधवा बसंती देवी दाने-दाने को मोहताज है. पड़ोस के लोग कुछ खाने पीने के लिए दे देते हैं, उसी से वह जीवित है. वृद्ध महिला की लाचारी यह है कि पहले पति सुकरा गोप का निधन हुआ. इसके बाद पंजाब में एक कारखाना में काम करते हुए इकलौता पुत्र संजय गोप की भी मौत हो गयी. इसके बाद से बसंती लाचारी व गरीबी में जी रही है.

महिला ने बुधवार को उपायुक्त शशि रंजन को आवेदन सौंप कर सरकारी योजनाओं की लाभ के दिलाने के लिए गुहार लगायी है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि गरीबी व लाचारी के कारण अपने 28 वर्षीय पुत्र संजय गोप के साथ पंजाब कमाने के लिए चली गयी थी. पंजाब के एक रबर फैक्ट्री में मेरा बेटा काम करता था.

22 जनवरी 2019 को मेरा बेटा संजय गोप फैक्ट्री जाने के लिए निकल रहा था. उसी दौरान उसका पैर सीढ़ी से फिसल गया. उसे घायल अवस्था में पंजाब के अस्पताल में भर्ती कराया. 24 जनवरी 2019 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी, जिसकी सूचना फैक्ट्री के मालिक को दी गयी.

इसके बाद भी फैक्ट्री मालिक द्वारा किसी प्रकार की कोई सहायता या मुआवजा राशि नहीं दी गयी है. किसी प्रकार अपने मृत बेटे संजय गोप का क्रियाकर्म पंजाब में ही कराने के बाद अपने गांव आकर आर्थिक तंगी में अपना जीवनयापन कर रही हूं. संजय गोप उस रबर फैक्ट्री में 12 वर्षों से काम कर रहा था.

हाल के दिनों में बसंती को किसी प्रकार की सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है. इस संबंध में बसंती देवी पंचायत के मुखिया से कई बार मिली, पर कोई सहायता नहीं मिली. बसंती देवी का राशन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, आवास कुछ नहीं बन पाया है. सरकारी योजनाओं से वह पूर्ण रूप से वंचित है.

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